Gujarat BJP Rebel MLAs पर गिरी गाज, सात बागी विधायकों को 6 साल के लिए निलंबित किया गया
Gujarat BJP Rebel MLAs पर गिरी गाज, सात बागी विधायकों को निलंबित किया गया। Gujarat BJP Rebel MLAs Seven bjp mla suspended assembly elections 2022
Gujarat BJP Rebel MLAs पर सख्त कार्रवाई हुई है। बागी रुख अख्तियार करने वाले गुजरात के भाजपा विधायकों पर निलंबन की गाज गिरी है। सात बागी विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है। खास बात ये कि निलंबन की कार्रवाई उस दिन सामने आई है, जब प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के सौराष्ट्र में धुआंधार चुनावी प्रचार कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी दो दिनों में आठ रैलियां करने वाले हैं।
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भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी बने
गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इकाई ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए सात पार्टी नेताओं को निलंबित कर दिया है। विधायकों ने भाजपा की टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में नामांकन दाखिल किया था। बता दें कि जिन MLAs को सस्पेंड किया गया है, सभी गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में ही टिकट मांग रहे थे।
किन भाजपा नेताओं पर गिरी गाज
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल के हवाले से एक बयान में कहा गया है, 'इन विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में छह साल के लिए निलंबित किया गया है।' जिन भाजपा नेताओं को निलंबित किया गया है उनमें नर्मदा जिले के नांदोद से हर्षद वसावा, जूनागढ़ के केशोद जूनागढ़ से टिकट की मांग कर रहे अरविंद लदानी को भी निलंबित कर दिया गया है। सुरेंद्रनगर के धनगड़रा से छत्रसिंह गुंजारिया, वलसाड के पारादी से केतन भाई पटेल, राजकोट ग्रामीण से भरत भाई चावड़ा, गिर सोमनाथ जिले के वेरावल से उदय भाई शाह और अमरेली के राजुला से टिकट मांग रहे करण भाई बरैया के नाम शामिल हैं।
पीएम मोदी की गुजराती जनता से अपील
सात भाजपा विधायकों के निलंबन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने जनता से मतदान करने का आह्वान किया और कहा कि जीत का अंतर ऐसा हो कि नरेंद्र के सारे रिकॉर्ड भूपेंद्र तोड़ डालें। बता दें कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात में तीन मुख्यमंत्री बदले जा चुके हैं। पहले आनंदीबेन पटेल सीएम बनी थीं, फिर विजय रुपाणी और अब भूपेंद्र पटेल के हाथों में गुजरात की कमान है। ऐसे में लंबे समय से गुजरात की गद्दी पर काबिज भाजपा के लिए एंटी इन्कंबेसी जैसी चिंताएं भी हैं। हालांकि, बीजेपी जीत के प्रति आश्वस्त है।
पूर्व सीएम का भी पत्ता कटा !
बता दें कि जिन विधायकों को निलंबन का सामना करना पड़ा है उन्हें गुजरात में पहले चरण के मतदान से महज 10 दिन पहले पार्टी से निकाल दिया गया। यह भी दिलचस्प है कि गुजरात में लगातार सातवां कार्यकाल पाने की चाह में जुटी बीजेपी ने 42 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है। बीजेपी ने 160 उम्मीदवारों के अपने पहली सूची में 38 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ कर दिया था। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत कई बड़े बीजेपी नेताओं, को टिकट से वंचित रखा गया।
गुजरात का सियासी समीकरण
बता दें कि 2017 के गुजरात विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 182 सीटों में से 99 सीटों पर जीत हासिल की थी। यह भी रोचक है कि बीजेपी गुजरात में 27 वर्षों से सत्ता में है। 2014 में प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले नरेंद्र मोदी गुजरात में 12 साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार पीएम मोदी, अमित शाह और सीआर पाटिल के नेतृत्व में बीजेपी 140 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य हासिल करने के लिए जीतोड़ प्रयास कर रही है।
कब आएंगे चुनावी नतीजे
बता दें कि गुजरात विधानसभा की 182 सीटों पर दो चरणों में- 1 और 5 दिसंबर को मतदान होंगे। वोटों की गिनती 8 दिसंबर को होगी। इसी दिन एक और भाजपा शासित राज्य- हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम भी घोषित किए जाएंगे।