BJP ने नहीं दिया मनोहर पर्रिकर के बेटे को टिकट, केजरीवाल ने दिया ऑफर
नई दिल्ली, 20 जनवरी: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी गोवा विधानसभा चुनाव के लिए बृहस्पतिवार को 34 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इस लिस्ट में एक नाम है, जिसको लेकर गोवा के राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा है। वह नाम है पूर्व रक्षा मंत्री और दिवंगत बीजेपी नेता मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर का। बीजेपी उम्मीदवारों की लिस्ट में उत्पल पर्रिकर का नाम नहीं है। अब आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने उत्पल को टिकट ऑफर किया है।
उत्पल पर्रिकर ने पणजी सीट पर पार्टी के सामने अपनी दावेदारी रखी थी और टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें यहां से टिकट नहीं दिया। बीजेपी ने यहां से पार्टी ने अपने वर्तमान विधायक अतनासियो मोंटेसेरेट पर भरोसा जताया है। मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के अतनासियो मोंटेसेरेट ने जीत दर्ज की थी। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे।
Recommended Video
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि, गोवावासी बहुत दुखी महसूस कर रहे हैं। भाजपा ने पर्रिकर परिवार के साथ भी यूज एंड थ्रो की नीति अपनाई है। मैंने हमेशा मनोहर पर्रिकर जी का सम्मान किया है। आप के टिकट पर चुनाव में शामिल होने और लड़ने के लिए उत्पल जी का स्वागत है।
दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में पार्टी के गोवा इंचार्ज देवेंद्र फडणवीस और दूसरे बड़े नेतओं ने राज्य के लिए अपनी पहली लिस्ट जारी की। उत्पल पर्रिकर को टिकट न देने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, पंजिम से मौजूदा विधायक को टिकट दिया गया है। उत्पल पर्रिकर और उनका परिवार हमारा भी परिवार है। हमने चुनाव लड़ने के लिए उन्हें दो सीटों के ऑप्शन दिए, जिसमें से पहले पर वो राजी नहीं हुए और साथ दूसरे विकल्प पर चर्चा की जा रही है। हमें लगता है कि उन्हें सहमत होना चाहिए।
उत्तराखंड चुनाव: बीजेपी ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट
फडणवीस के इस बयान पर उत्पल पर्रिकर ने जवाब दिया था, "गोवा में जिस तरह की राजनीति हो रही है, मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह मुझे मंजूर नहीं है। क्या वे सुझाव दे रहे हैं कि केवल जीतने की योग्यता ही मानदंड है। अखंडता मायने नहीं रखती है? चरित्र कोई मायने नहीं रखता? और आप उस व्यक्ति को टिकट देने जा रहे हैं, जिसका आपराधिक इतिहास है और हमें चुपचाप घर बैठना है?