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गुजरात में पुरुषों से ज्यादा जी रहीं महिलाएं, लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा में केरल से सभी राज्य पीछे

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Gujarat News, गांधीनगर। बदलती चिकित्सा तकनीक के साथ गुजरात में पुरुषों और महिलाओं की औसत जीवन प्रत्याशा में वृद्धि हुई है। अब जहां पुरुषों की औसत आयु 67.6 साल हो गई है तो महिलाओं की औसत आयु उनसे ज्यादा 70.5 साल है।

महिलाओं की बर्थ लाइफ एक्पेक्टेंसी 70.5% हुई

महिलाओं की बर्थ लाइफ एक्पेक्टेंसी 70.5% हुई

केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की बात करें तो यहां का चिकित्सा पर्यटन में सबसे उभरता हुआ क्षेत्र है। उत्कृष्ट और आसान स्वास्थ्य देखभाल के कारण बर्थ लाइफ एक्पेक्टेंसी में पुरूष की 67.3% से बढ़कर 67.5% हो गइ है, जबकि महिलाओं की बर्थ लाइफ एक्पेक्टेंसी 64.2% से बढ़कर 70.5 हो गई है।

केरल में लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा अन्य राज्यों से ज्यादा

केरल में लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा अन्य राज्यों से ज्यादा

कुल आबादी में औसत जीवन प्रत्याशा 68.8 है, जो पिछले वर्ष के आंकड़ों से अधिक है। लोगों की औसत आयु में वृद्धि मेडीकल तकनीक में बदलाव के कारण है। केरल राज्य देश में एसा राज्य है कि, जहां लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक है।

गुजरात में 15,000 करोड़ की परियोजनाएँ पूरी

गुजरात में 15,000 करोड़ की परियोजनाएँ पूरी

गुजरात में वाइब्रेंट इन्वेस्टमेंट समिट में स्वास्थ्य सुविधा और फार्मेसी परियोजनाओं के लिए 40,000 करोड़ से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिनमें से 15,000 करोड़ की परियोजनाएँ पूरी हो चुकी हैं और 10,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएँ प्रोसेस में हैं। नई परियोजनाओं में निजी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, मेडिकल डिवाइस निर्माण, हेल्थ क्लब, आयुष हेल्थकेयर सेंटर, नए मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान केंद्र शामिल हैं।

बाल स्वास्थ्य प्रोजेक्ट में 1.75 करोड बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण

बाल स्वास्थ्य प्रोजेक्ट में 1.75 करोड बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण

बाल स्वास्थ्य प्रोजेक्ट में 1.75 करोड बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है और महाराष्ट्र राज्य में अध्ययनरत सभी छात्रों का मुफ्त इलाज किया जा रहा है। गुजरात के सिविल कैंपस में हृदय, गुर्दे और कैंसर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हैं जहां स्कूली बच्चों का इलाज मुफ्त में होता है। राज्य की 108 नंबर की एम्बुलेंस सेवा को भारत सरकार के कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। गुजरात सरकार ने स्वास्थ्य सेवा में पीपीपी मॉडल को अपनाया है, जिसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र में अधिक निवेश हुआ है।

दुनिया से इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी

दुनिया से इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी

गुजरात में स्वास्थ्य सुविधाएं इतनी बढ़ गई हैं कि दुनिया से इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या हर साल बढती है। सिविल अस्पताल और अन्य अस्पतालों में अफ्रीका कन्ट्री से आने वाले 80% पर्यटक चिकित्सा पर्यटन के लिये आते हैं और इसका मुख्य कारण उन्नत उपचार के लिए कम लागत माना जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में उपलब्ध सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाओं को जोड़कर पर्यटन क्षेत्र को एक नई दिशा दी है और वर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस दिशा में ठोस कार्य करके गुजरात को चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान दी है। राज्य में स्वास्थ्य के लिये साधन सुविधा उपलब्ध है लेकिन डोक्टर्स और मेडिकल स्टाफ मिलता नहीं है। राज्य के स्वास्थ्य सेंटरों को डोक्टरों की कमी का सामना करना पड रहा है।

कॉलेज से लौट रही थी मेडिकल स्टूडेंट, जैसे ही बस से उतरी ड्राईवर ने सिर पर चढ़ा दिया पहियाकॉलेज से लौट रही थी मेडिकल स्टूडेंट, जैसे ही बस से उतरी ड्राईवर ने सिर पर चढ़ा दिया पहिया

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English summary
'Women live longer than men', report of Birth Life Expectancy at Gujarat
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