वैलेंटाइन वीक: गुजरात की राजधानी में लव गार्डन प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए हुआ बंद तो लव-स्ट्रीट शुरू हो गई
गांधीनगर. दुनियाभर में 'वेलेंटाइंस वीक' सेलिब्रेट किया जा रहा है। प्रेमी-प्रेमिकाओं के इस खास उत्सव को गुजरात में भी खूब मनाया जाता है। हालांकि, इस बार यहां राजधानी गांधीनगर में लव गार्डन 'सरिता उद्यान' में वो प्रेमी जोड़ों की रौनक देखने को नहीं मिली, क्योंकि, सरकार ने 'सरिता उद्यान' को पाबंद कर दिया। अब गांधीनगर स्थित सचिवालय परिसर के पीछे मुख्य द्वार के पास स्ट्रीट पर आम परिवार नजर नहीं आते, क्योंकि यही जगह प्रेमी-प्रेमिकाओं की मस्ती की गवाह बन गई है। यहां जाने पर लगेगा जैसे उनका रिजर्वेशन हो। दिन हो या देर शाम, इन इलाकों में बाइक, स्कूटर या कार पार्क करके युवा लड़के-लड़कियां हाथ में हाथ डालकर बैठे दिखेंगे।
प्रेमी युगलों के लिए इसलिए बंद हुआ था सरिता उद्यान
गांधीनगर में सरिता उद्यान एक ऐसी जगह थी, जहां आम परिवार जा नहीं सकता था, क्योंकि वहां गांधीनगर और अहमदाबाद के लड़के-लडकियां जाया करते थे। बाद में प्रेमियों के लिए उद्यान पर प्रतिबंध लगा दिया गया। कारण यही रहा कि कोई भी परिवार इस बगीचे में बच्चों के साथ नहीं जा सकता था। जिसके चलते प्रेमी युगलों के लिए यह स्थान बंद हो गया। सरकार के मार्ग-मकान विभाग को पता चला, तब विभाग ने सरिता उद्यान को रिनोवेट किया औऱ बच्चों के लिये मनोरंजन के सभी साधन मुहैया कराए। अब इस गार्डन में बच्चे खेल रहे हैं।
प्रेमी-प्रेमिकाओं ने फिर ये नई जगह ढूंढ ली
गुजरात सरकार ने इस उद्यान का नाम सरिता उद्यान रखा गया था, क्योंकि यह साबरमती नदी के तट पर है, लेकिन प्रेमी युगलों ने इसका नाम लव गार्डन बना दिया था। अब प्रेमियों को वहां एकांत नहीं मिलता है और गार्डन के माली ने भी ऐसे लोगों के लिए प्रवेश बंद कर दिया है। इसलिये प्रेमियों ने नई जगह ढूंढ ली है, जो सचिवालय के बिलकुल पीछे के द्वार पर है।
अब सचिवालय परिसर के पीछे आते हैं प्रेमी युगल
प्रेमी युगल अब सचिवालय परिसर के पीछे वन विभाग की हरियाली के बीच देखे जा सकते हैं। प्रेमी जोड़ों ने इस नई जगह की खोज की है। प्रेमी लडके औऱ लडकियों ने गांधीनगर में एक नई लव स्ट्रीट की खोज की है। शहर के वीवीआईपी मार्ग के दोनों किनारे सचिवालय को वन विभाग की हरियाली और एकांत अलगाव से जोड़ते हैं।
यहां कोई भी वीवीआईपी परेशान नहीं करते
गुजरात सरकार के मंत्रीगण, उच्च अधिकारियों और सुरक्षा पुलिस के जवान इन मार्गों से गुजरते हुए सचिवालय पहुंचते हैं, लेकिन कोई भी वीवीआईपी या सुरक्षा कर्मी प्रेमी युगलों को परेशान नहीं करते हैं।
पुलिस खूब तांक-झांक करती है, मगर..
सचिवालय की सुरक्षा के लिए रखी गई पुलिस भी प्रेमियों के दृश्यों को देखकर आनंद लेती पायी जाती है। कहा जाता है कि, गांधीनगर में प्रेमियों के लिये एक स्थान बंद हो गया तो उन्होंने एकांत के लिये दूसरा स्थान पसंद कर लिया है।