प्रधानमंत्री जन-धन योजना: हर घर में हो एक बैंक खाता, लोगों तक पहुंचे बैंक
नई दिल्ली। इस साल जनवरी में भारत सरकार ने दावा किया कि लगभग 99 फीसदी लोगों के पास अब बैंक खाता है। इसके अलावा, सरकारी कल्याण योजनाओं के कई लाभार्थियों की पहुंच अब डायरेक्ट ट्रांसफऱ बेनफिट तक है। इसके लिए , वित्तीय क्षेत्र और बैंकिंग सेवाओं में शामिल करने के लिए धन्यवाद किया जाना चाहिए। साल 2014 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) की घोषणा की, जो वित्तीय समावेशन के उद्देश्य से थी। आज तक इस योजना के तहत 15 मिलियन बैंक खाते खोल दिए गए हैं।
जनवरी में भाजपा ने दावा किया था कि 99.99 फीसदी भारतीय परिवारों के पास अब एक बैंक खाता है हालांकि इस दावे पर सवाल भी किए गए थे। हालांकि, इस योजना की शुरूआत के बाद, लाखों भारतीयों के पास वित्तीय क्षेत्र में कोई बैंक खाता नहीं था वो भी अब इसका हिस्सा हैं।
बनाया है रिकॉर्ड
इस योजना ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया। प्रमाण पत्र में कहा गया है, 'वित्तीय समावेश अभियान के एक हिस्से के रूप में सबसे अधिक बैंक खाता 1 सप्ताह में खोला गया है 18,096,130 और भारत में 23 से 29 अगस्त 2014 तक बैंकों द्वारा प्राप्त किया गया था।' जुलाई 2017 तक, 29.33 करोड़ बैंक खाते खोल दिए गए हैं। बैंक खातों में कुल बचत 64,926.37 करोड़ रुपये है। मोदी सरकार ने घोषणा की है कि हर घर में कम से कम एक बैंक खाता होना राष्ट्रीय प्राथमिकता है। इसके साथ ही बैंकों को जन-धन योजना के तहत 5,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा देने का निर्देश दिया गया है।
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