इन सेलेब्स ने किया आउटसाइडर के करियर को बर्बाद ' विवेक अग्निहोत्री ने बताई बॉलीवुड की कड़वी सच्चाई
फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने एक बार फिर बॉलीवुड पर निशाना साधा है। उन्होंने नेपोटिज्म के मुद्दे पर एक बड़ा खुलासा किया है।
मुंबई, 28 सितंबर: फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री लगातार अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। फिल्म निर्माता अक्सर अपने बेबाक अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने इंटरव्यू में नेपोटिज्म के मुद्दे पर बातचीत की और बताया कि बॉलीवुड में साल 2000 के बाद किस तरह के बदलाव आए।
विवेक अग्निहोत्री ने खोली बॉलीवुड की पोल
विवेक अग्निहोत्री ने एक नए साक्षात्कार में बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद के बारे में बात की। करण जौहर जैसे सेलेब्स पर अक्सर बयानबाजी करने वाले फिल्म निर्माता ने अब कहा है कि साल 2000 से पहले हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद नहीं था। उन्होंने कहा कि श्रीदेवी, अमिताभ बच्चन और जितेंद्र जैसे कई अन्य सितारों ने जब इसे बड़ा बनाया तो वे सभी आउटसाइडर थे। हालाँकि, जब इन मशहूर सितारों के बच्चों ने फिल्मों में कदम रखा, तो बॉलीवुड में नेपोटिज्म की शुरूआत हुई है।
नेपोटिज्म को लेकर कही ये बड़ी बात
विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि, "पहले बॉलीवुड अलग हुआ करता था। मुझे लगता है कि साल 2000 से पहले, यह एक अलग जगह थी क्योंकि ज्यादातर लोग आउटसाइडर थे, और फिर वो सितारे जो कि अपने मेहनत के बल पर साल 2000 तक बड़े सितारे बन गए, फिर उनके बच्चे आए और फिर धीरे-धीरे यह एक बहुत ही करीबी किस्म का माफिया बन गया और उन्हें बाहरी लोगों से कुछ समस्या है। मुझे नहीं पता क्यों। शायद यही वजह है कि वह सभी आउटसाइडर आज भी बॉलीवुड में स्ट्रगल कर रहे हैं"।
'बॉलीवुड परिवारों के सेलेब्स ने बाकी सबके लिए....'
विवेक अग्निहोत्री ने आगे बातचीत कर कहा कि, "साल 2000 के बाद बॉलीवुड परिवारों के सेलेब्स ने बाकी सबके लिए दरवाजे बंद कर दिए है। फिल्म निर्माता ने कहा कि इन सेलेब्स ने फिर प्रतिभाशाली आउटसाइडर के करियर को नष्ट करना शुरू कर दिया है। एक डॉक्टर के बेटे का डॉक्टर बनना बहुत स्वाभाविक था। बढ़ई के बेटे या बेटी के बढ़ई बनने या पुजारी के बेटे के पुजारी बनने में कुछ भी गलत नहीं है। हालांकि, बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद के कारण सितारे ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं जो कि एक्टिंग से कोसो दूर हैं"।
विवेक अग्निहोत्री ने बताया कैसे शुरू हुआ नेपोटिज्म
इसके आगे विवेक अग्निहोत्री ने एक उदाहरण के तौर पर बॉलीवुड के नामी हस्तियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, "मुझे नहीं लगता कि 2000 से पहले भाई-भतीजावाद था, क्योंकि अगर आप सितारों को देखें तो धर्मेंद्र, जितेंद्र, राजेश खन्ना, विनोद खन्ना, अमिताभ बच्चन, गोविंदा, शत्रुघ्न सिन्हा ये सभी सितारे अपने समय में आउटसाइडर थे। आप किसी का भी नाम लें सभी अभिनेता, नायक, नायिका माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी - ये सभी आउटसाइडर हैं। इन सभी सितारों का फिल्मी परिवार से कोई ताल्लुक नहीं रहा"।
'जब एक्टिंग का ए नहीं आता तो....'
विवेक अग्निहोत्री ने आगे इस पर बात करते हुए कहा कि, "जब ये लोग बहुत सफल हुए तो उनके बच्चे बॉलीवुड में आए। फिर निर्देशकों और निर्माताओं के बच्चे भी आए। मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। मेरी समस्या यह है कि जब आप अक्षमता को धक्का देते हैं, अगर दुनिया देख सकती है, तो आप भी जानते हैं कि यह भाई एक्टिंग भी नहीं कर सकते, या अभिनय के लिए ए या डायरेक्शन के लिए डी तक कह नहीं सकता है"।