सुभाष घई बोले- 1993 में संजय दत्त की गिरफ्तारी के वक्त ही जानता था, वो बेकसूर है
सुभाष घई बोले- संजय दत्त की गिरफ्तारी के वक्त ही जानता था, वो बेकसूर, फंस गया है
मुंबई, 18 जनवरी: मशहूर फिल्म निर्माता सुभाष घई ने कहा है कि 1993 में जब अभिनेता संजय दत्त की गिरफ्तारी हुई तो उनको अच्छे से पता था कि वह निर्दोष हैं। सुभाष घई इसी समय संजय दत्त के साथ फिल्म खलनायक बना रहे थे। 1993 में ही खलनायक रिलीज हुई थी और इसी दौरान संजय दत्त को गिरफ्तार भी किया गया था।
संजय की गिरफ्तारी को भुनाने की कोशिश नहीं की
सुभाष घई से फिल्म खलनायक में संजय दत्त की गिरफ्तारी के बाद बन रही उनकी छवि का फायदा उठाने को लेकर सवाल हुआ था। उन्होंने कहा कि संजय दत्त के लिए वो मुश्किल वक्त था और उसको फिल्म के लिए इस्तेमाल करनानैतिकता के खिलाफ था। घई ने कहा कि मैंने खलनायक के प्रचार पर एक रुपया भी खर्च नहीं किया था। बता दें कि संजय ने फिल्म में एक वांछित अपराधी की भूमिका निभाई थी। कई बार ये कहा गया है कि संजय के साथ उस वक्त के विवाद को इस फिल्म में भुनाने की कोशिश की गई थी।
संजय दत्त फंस गया था
सुभाष घई ने कहा, मैं सजय दत्त को 10 साल की उम्र से जानता हूं, जब से वो बच्चा था। संजय दत्त की दूसरी फिल्म विधाता को मैंने ही डायरेक्ट किया था। इसके 10 साल बाद मैंने उसे खलनायक में कास्ट किया। मैं उसे बहुत करीब से जानता था। जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो मुझे पता था कि वो बेकसूर है। अपने भोलेपन के चलते वो ट्रेप हो गया। वो बेसिकली कोई क्रिमिनल नहीं था।
संजय को बच्चे की तरह देखता था
सुभाष घई ने संजय दत्त को लेकर कहा कि एक बच्चे की उड़ान गलत होती है तो वो फंस भी जाता है, संजय के साथ ऐसा ही था। उन्होंने बताया कि खलनायक के आखिरी सीन में वह जेल में दिखाया गया है, वो सीन संजय ने जेल से छुट्टी लेकर आकर शूट किया था। बता दें कि साल 1993 में हुए मुंबई बम ब्लास्ट से जुड़े एक मामले में संजय दत्त को आतंकवादी और विघटनकारी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था। मामले में कई बार उनको जेल में रहना पड़ा।
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