Kangana Twitter: 10 ट्वीट कर दिखाए तल्ख तेवर, फिल्म इंडस्ट्री को 'घटिया' बताया, शाहरुख-सलमान को लपेटा !
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बार फिर तल्ख तेवर दिखाए हैं। शाहरुख की फिल्म पठान की रिलीज के दिन कंगना ने पूरी इंडस्ट्री को घटिया करार दिया। जानिए क्यों कंगना रनौत ने इतना तीखा कमेंट किया।
बॉलीवुड अभिनेत्री Kangana Twitter Return सुर्खियों में है। @KanganaTeam हैंडल वापस मिलते ही बेबाकी के लिए मशहूर कंगना रनौत सोशल मीडिया पर एक बार फिर एक्टिव हो गई हैं। अपनी फिल्म इमरजेंसी की 'मेकिंग वीडियो' के बाद आज कंगना पूरी फिल्म इंडस्ट्री पर बरस पड़ीं। उन्होंने ट्विटर हैंडल से बैन हटने के एक दिन बाद ही फिल्म इंडस्ट्री को आड़े हाथों लिया। करोड़ों का कलेक्शन कर रही फिल्मों का जिक्र कर कंगना ने कहा कि लगभग एक दशक पहले ऐसा शुरू हुआ है।
कंगना ने तीन घंटे में दनादन 10 ट्वीट कर दिए !
कंगना ने कहा कि सितारों के चेहरों पर पैसा फेंकने वाली यह घटिया फिल्म इंडस्ट्री कला की कद्र नहीं करती। खास बात ये कि कंगना का कमेंट उस दिन आया है जब शाहरुख खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म पठान बॉक्स ऑफिस पर तगड़ी ओपनिंग कर रही है। सिलसिलेवार 10 ट्वीट में कंगना ने बॉलीवुड फिल्मों के कलेक्शन पर भी बातें की। आरोप लगाया कि पैसे देकर गलत आंकड़े दिखाए जाते हैं।
कंगना ने दनादन 10 ट्वीट किए, क्या बॉलीवुड में 'फेस वैल्यू' से नाराजगी है ?
दरअसल, मंगलवार को ट्विटर पर लौटीं कंगना ने ट्वीट किया कि फिल्म उद्योग "मूर्ख" है। यहां कला परियोजना की सफलता कथित तौर पर फिल्मों की कमाई यानी बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से आंकी जाती है। कंगना की टिप्पणी शाहरुख खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म पठान के रिलीज के दिन आई है। फिल्म समीक्षकों का मानना है कि बुधवार को शाहरुख की फिल्म रिकॉर्ड तोड़ शुरुआत कर सकती है। एक के बाद एक 10 ट्वीट में कंगना ने शाहरुख की पुरानी फिल्म DDLJ और अपनी मूवी गैंगस्टर का भी जिक्र किया है।
कंगना बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर क्या बोलीं
बुधवार की सुबह ट्विटर पर कंगना ने लिखा, फिल्म उद्योग इतना घटिया और कच्चा है कि जब भी वे किसी प्रयास/सृजन/कला की सफलता को प्रोजेक्ट करना चाहते हैं तो वे आपके चेहरे पर बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का जिक्र करते हैं। ऐसा लगता है जैसे कला का कमाई के सिवा कोई दूसरा उद्देश्य ही नहीं है। बकौल कंगना ऐसा रवैया फिल्म इंडस्ट्री की छोटी सोच और उनके वंचित जीवन को उजागर करता है।
फिल्म इंडस्ट्री आर्थिक लाभ के लिए नहीं
मणिकर्णिका और क्वीन जैसी फिल्म में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुकीं कंगना ने यह भी कहा कि सिनेमा अन्य उद्योगों की तरह "प्रमुख आर्थिक लाभ" के लिए नहीं बना है। यही कारण है कि कलाकारों की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा, प्रारंभिक रूप से कला मंदिरों में खिलती थी और धीरे-धीरे यह साहित्य/थिएटर और अंततः सिनेमा तक पहुंच गई।
इंडस्ट्री को प्रदूषित करने का काम न करें
बकौल कंगना रनौत फिल्म एक उद्योग है, लेकिन अरबों/ट्रिलियन डॉलर के अन्य व्यवसायों की तरह इसका प्रमुख मकसद आर्थिक लाभ नहीं है। यही कारण है कि कला या कलाकारों की पूजा की जाती है, उद्योगपतियों या अरबपतियों की नहीं। उन्होंने कहा, भले ही कलाकार देश में कला और संस्कृति को प्रदूषित करने में लिप्त हों, लेकिन उन्हें इंडस्ट्री में बेशर्मी से नहीं बल्कि विवेकपूर्ण तरीके से काम करना चाहिए। कंगना ने बेशक किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन इसके निहितार्थ जरूर निकाले जाएंगे।
बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में 100 करोड़ कब आया ?
उन्होंने फिल्मों की कलेक्शन पर भी मुखरता से अपनी बातें कहीं। कंगना ने कहा, कब और कैसे उद्योग पर पैसे का जुनून सवार हो गया, ये देखना रोचक है। उन्होंने कहा, हम नहीं जानते कि महान क्लासिक फिल्मों में गिने जाने वाली प्यासा/गाइड/श्री 420 ने कितने पैसे कमाए। बड़े होकर मैंने कभी ऐसी फिल्में नहीं देखीं। डीडीएलजे या हम आपके हैं कौन के वीकएंड कलेक्शन थप्पड़ की तरह लगे। मैंने गैंगस्टर किया था मुझे बताया गया था फिल्म हिट है। किसी ने मुझे बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के बारे में नहीं बताया, मुझे नहीं पता था कि फैशन या वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई (OUTIM) जैसी फिल्मों ने कितने पैसे कमाए। मुझे बस इतना पता था कि फिल्में हिट हैं। जहां नंबर होते हैं वहां विषाक्त तुलना भी होती है। कहीं न कहीं 2012-13 से मुझे 100cr बहुत अधिक सुनाई देने लगा। इसी समय के आसपास क्वीन ने भारत में 85cr का बिजनेस किया था।
क्या बॉलीवुड में फर्जी नंबर दिखाने का खेल होता है ?
कंगना कहती हैं, क्वीन एक आधुनिक क्लासिक बन गई लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। सिस्टम आपको कैसे भ्रष्ट करता है ये देखा जा सकता है। समय के साथ यह प्रवृत्ति इतनी जहरीली हो गई कि अब बड़े स्टूडियो नकली नंबर दिखाने के लिए व्यावसायिक वेबसाइटों को भुगतान करते हैं। करोड़ों खर्च करते हैं और स्वयं अपने टिकट खरीदते हैं। बकौल कंगना, यह डिजिट ड्रामा केवल एक दशक पहले शुरू हुआ है, किसी भी व्यक्ति को यह नहीं दिखाना चाहिए कि उनके पास कितना पैसा है या उनकी फिल्म ने कितने पैसे कमाए हैं। फिल्मों की बात आने पर कृपया कोई समझौता न करें। आपने अपने लिए अच्छा पैसा कमाया, अब अपने अगले प्रोजेक्ट पर काम करें। भले ही आपने काम करना जारी नहीं रखा हो।
कंगना ट्विटर पर करीब दो साल बाद लौटीं
गौरतलब है कि कंगना पर घृणित आचरण और अपमानजनक व्यवहार नीतियों के "बार-बार उल्लंघन" का आरोप लगा था। इस कारण लंबे समय तक उनका ट्विटर हैंडल @KanganaTeam प्रतिबंधित रहा। हालांकि, दो साल बाद जब मंगलवार को कंगना का ट्विटर अकाउंट बहाल हुआ तो उन्होंने ट्विटर पर वापसी को लेकर खुशी का इजहार किया। अरबपति उद्योगपति एलन मस्क जब ट्विटर के मुखिया बने तो उन्होंने उनसे अपना ट्विटर अकाउंट बहाल करने की अपील की।
कंगना ने संपत्ति गिरवी रखकर बनाई इमरजेंसी !
फिल्मों की कलेक्शन और फिल्म इंडस्ट्री के दूसरे मुद्दों पर बेबाकी से बात करने के लिए मशहूर कंगना को 2019 में अपनी फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी के बाद बड़ी 'व्यावसायिक सफलता' नहीं मिली है। घरेलू बॉक्स ऑफिस पर मणिकर्णिका ने 92 करोड़ रुपये कमाए थे। इसके बाद कंगना पंगा, थलाइवी और धाकड़ में दिखाई दीं, लेकिन उनमें से कोई भी बॉक्स ऑफिस पर कमर्शियल हिट साबित नहीं हुई। एक दिलचस्प बयान में पिछले साल कंगना ने खुद कहा था कि फिल्म बनाने के लिए उन्हें अपनी संपत्ति गिरवी रखनी पड़ी है। बता दें कि इमरजेंसी टाइटल की इस फिल्म में कंगना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभा रही हैं। यह मूवी कंगना का पहला एकल निर्देशन प्रोजेक्ट है।
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