दुर्ग: नर्सिंग कॉलेज की 39 छात्राएं हुई फूड प्वाइजनिंग का शिकार, एक छात्रा की मौत, कलेक्टर ने जारी किया नोटिस
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज के छात्र फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए हैं। जिनमे से एक छात्रा की मौत भी हो गई है। बालोद निवासी छात्रा नर्सिंग कॉलेज में पढ़ती थी। सभी छात्रों को उल्टी दस्त की शिका
दुर्ग, 01 अगस्त। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज के छात्र फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए हैं। जिनमे से एक छात्रा की मौत भी हो गई है। बालोद निवासी छात्रा नर्सिंग कॉलेज में पढ़ती थी। सभी छात्रों को उल्टी दस्त की शिकायत होने के बाद भिलाई के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया इसकी सूचना जिला प्रशासन तक पहुंचने के बाद तुरंत कलेक्टर और एसपी स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ हॉस्पिटल पहुंचे जहां उन्होंने छात्रों का हालचाल जाना।
रस्तोगी
नर्सिंग
कॉलेज
की
घटना
भिलाई
के
रस्तोगी
नर्सिंग
कॉलेज
में
करीब
39
छात्राएं
एक
के
बाद
एक
हाइटेक
हॉस्पिटल
में
भर्ती
होती
जा
रही
थी
जिनमें
सभी
को
उल्टी
दस्त
की
शिकायत
सामने
आई।
जिसमें
एक
छात्रा
की
इलाज
के
दौरान
मौत
हो
गई.
बताया
जा
रहा
है
कि
इस
मामले
में
चौकाने
वाली
बात
यह
कि
छात्राएं
28
जुलाई
से
हॉस्पिटल
पहुंच
रही
है
पुलिस
प्रशासन
के
मुताबिक
फूड
प्वाइजनिंग
से
ग्रसित
39
छात्राएं
अस्पताल
में
तीन
दिनों
से
भर्ती
है।
लेकिन
रस्तोगी
नर्सिंग
कॉलेज
ने
इस
बात
को
छिपाया।
कलेक्टर
व
एसपी
पहुचे
हॉस्टल
रस्तोगी
कॉलेज
में
आवासीय
छात्रावास
में
कुछ
छात्राओं
की
उल्टी
दस्त
होने
की
शिकायत
के
बाद
हाईटेक
अस्पताल
में
भर्ती
होने
की
सूचना
मिलने
पर
कलेक्टर
पुष्पेंद्र
मीणा
एवं
एसपी
डॉ
अभिषेक
पल्लव
हाइटेक
हॉस्पिटल
पहुंचे।
इससे
पूर्व
अस्पताल
प्रबंधन
ने
मुख्य
चिकित्सा
एवं
स्वास्थ्य
अधिकारी
को
इसकी
जानकारी
दी
थी
एवं
उनकी
टीम
ने
भी
मौके
पर
पहुंच
कर
छात्राओं
की
तबीयत
की
स्थिति
जानी
थी।
कॉलेज
प्रबंधन
ने
मौत
की
जिम्मेदारी
लेने
से
किया
इनकार
रस्तोगी
नर्सिंग
कॉलेज
प्रबंधन
ने
छात्रा
कामिनी
की
मौत
की
जिम्मेदारी
लेने
से
इनकार
किया
है।
कॉलेज
के
जीएम
ने
कहा
कि
कामिनी
की
तबीयत
खराब
हुई
थी,
लेकिन
वह
ठीक
हो
गई
थी।
इसके
बाद
उसके
परिजन
उसे
बालोद
घर
लेकर
चले
गए
थे।
वहां
उसकी
मौत
हुई
है।
इस
मौत
के
लिए
प्रबंधन
जिम्मेदार
नहीं
है।
रस्तोगी कॉलेज को जारी हुआ नोटिस
कलेक्टर व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच में पाया कि हॉस्टल में लगे वाटर कूलर और आर ओ खराब स्थिति में है। जिसकी वजह से दूषित पानी आ रहा था। इस पानी की वजह से छात्राओं की तबीयत खराब हुई। जांच में पाया गया कि पानी खराब होने की वजह से छात्राओं की तबीयत खराब हुई। कलेक्टर ने बताया कि इस संबंध में हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। एक छात्रा की मृत्यु भी हुई है। इस संबंध में कॉलेज प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है।
मेयर नीरज पाल भी पहुंचे,छात्राओं ने की शिकायत
फूड प्वाइजनिंग से बीमार होने वाले छात्रों का हाल जानने भिलाई नगर निगम के मेयर नीरज पाल ने हाईटेक अस्पताल पहुंचे जहाँ उन्होंने छात्राओं से मुलाकात की है। इस मुलाकात में छात्राओं ने आरोप लगाया कि उन्हें मेस में बासी खाना दिया जाता था। जिसकी वजह से वह बीमार हुई। इस मामले में मेयर नीरज पाल ने जांच के आदेश दिए हैं. लेकिन लगातार रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज बासी खाना दिए जाने के आरोप से इंकार कर रहा है।