नक्सलगढ़ में बीएसएफ व पुलिस की धमक, जवानों ने 15 किलो जिंदा बम बरामद कर नक्सली मंसूबे किये नाकाम
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में बारिश के दौरान नक्सलियों द्वारा सड़कों पर लगाए प्रेसर कुकर आईईडी (जिंदा बम) बड़ी मात्रा में बरामद किये जा रहें हैं।
राजनांदगांव/कांकेर 10 जुलाई। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में बारिश के दौरान नक्सलियों द्वारा सड़कों पर लगाए प्रेसर कुकर आईईडी (जिंदा बम) बड़ी मात्रा में बरामद किये जा रहें हैं। इस बार अंतागढ़ कोयलीबेड़ा मार्ग में लगाए गए लगभग 10 किलो आईईडी को बरामद कर जवानों ने नक्सलियों के मंसूबो पर पानी फेर दिया है। वहीं आज स्थानीय पुलिस व आईटीबीपी के जवानों ने भी राजनांदगांव जिले में बागनदी थाना के दीवानटोला पुल के पास से 5 किलो का आईईडी बम बरामद किया है।
जिला पुलिस व आईटीबीपी की संयुक्त कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक ऑपरेशन चाबुकनाला दीवानटोला की ओर रवाना किया गया था। इस दौरान गस्त सर्चिंग टीम से सूचना मिली कि दीवानटोला नाला पुलिया के पास आईईडी लगाया गया है। आईईडी के आसपास स्थान का सर्चिंग किया गया। जिसके बाद आईईडी को नष्ट करने आईटीबीपी 38वीं वाहनी के सामरिक मुख्यालय छुरिया से बम डिस्पोजल टीम से संपर्क किया गया। आईटीबीपी की टिम ने बम को मौके पर ब्लास्ट कर डिस्पोज़ किया। इसके साथ ही अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
बीएसएफ जवानों को कोयलीबेड़ा मार्ग पर मिला जिंदा बम
सीमा सुरक्षा बल के 30 वी वाहिनी के जवानों ने एक सप्ताह में ही दो भारी वजनी आईडी बरामद कर नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम किया है। कांकेर जिले के अंतागढ़-कोयलीबेड़ा मार्ग पर पुलिया के पास माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलों एवं आम जनता को भारी मात्रा में नुकसान पहुचाने के इरादे से लगाये गये पांच किलोग्राम वजनी एक प्रेशर कुकर आईईडी( जिंदा बम ) को खोज निकाला और क्षेत्रीय मुख्यालय कांकेर के बम निरोधक दस्ते ने उसी स्थान पर आईईडी को विस्फोट कर नष्ट किया गया। 28 जून को सीमा सुरक्षा बल की 11वीं बटालियन के जवानों ने गश्त के दौरान 5 किलो वजनी जिंदा बम बरामद किया था, जिसे माओवादियों ने स्टेट हाईवे 5 में लगाया था, 5 किलो वजनी आईडी को सावधानी पूर्वक निकालकर नष्ट किया गया।
इनके धमाकों से हो सकता था, जान माल का बड़ा नुकसान
बीएसएफ कमांडेंट के अनुसार बारिश के दिनों में नक्सली मूवमेंट कम हो जाते हैं। जिससे सर्च करना आसान होता है। सरकार द्वारा बनाए जा रहे सड़कों, पुलिया के किनारे इन बमों को प्लांट करते हैं। अगर समय रहते सुनियोजित तरीके से लगाए गए आईईडी बरामद नहीं किया जाता तो काफी मात्रा में जान-माल की हानि हो सकता था,, परंतु बीएसएफ के जवानों की सजगता ने माओवादीयों के मंसूबों को एक बार फिर नाकाम कर दिया हैं ।
"इस संबन्ध में एएसपी नक्सल ऑपेरशन आकाश मरकाम ने बताया कि बागनदी थाना क्षेत्र में एक आईडी बम बरामद किया गया है आईटीबीपी और जिला बल की संयुक्त टीम गश्त पर निकली थी। इस दौरान दीवानटोला पुलिया के पास आईईडी बम होने की सूचना मिली, मौके पर पहुंचकर बम को सुरक्षित निकाला गया फिर उसे डिस्पोज़ किया गया। यह आईडी बम लगभग 5 किलो का प्रेशर कुकर बम था। आईटीबीपी की टिम ने बम को मौके पर ब्लास्ट कर डिस्पोज़ किया। "
- आकाश मरकाम, एसपी नक्सल ऑपरेशन