Deoria News: जानिए कैसे इस कड़ाके की ठंड में डूब गयी किसानों की 70 एकड़ फसल
देवरिया में नहर टूटने से कई गांवों की फसल डूब गयी है। प्रशासन की लापरवाही मानते हुए ग्रामीणों में आक्रोश है।
Deoria News: इस कड़ाके की ठंड में फसलों का डूब जाना कुछ अजीब सा लग रहा है,लेकिन यह सही है। देवरिया जिले के मुंडेराचंद चौराहे के पास देवरिया- हेतिमपुर मुख्य मार्ग पर नहर पर पुल निर्माण का कार्य चल रहा है।इसी कार्य के दौरान यहां नहर को ब्लाॅक कर दिया गया था। वर्तमान समय में नहर में पानी आने से यहां दबाव बढ़ गया। प्रशासन की तरफ से इसके लिए कोई बचाव कार्य नहीं किया गया था। जिससे दबाव बढ़ने से नहर टूट गया और इसमें तीन गांवों की लगभग 70 एकड़ फसल डूबकर बर्बाद हो गयी।
नहर शुक्रवार रात में ही टूट गयी थी। शनिवार सुबह किसानों ने किसी तरह मिलकर नहर को बांधा। इसके बाद भी प्रशासन का कोई जिम्मेदार व्यक्ति मौके पर नहीं पहुंचा। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने पहले ही इस पर ध्यान दिया होता तो नहर का बांध नहीं टूटता और न ही फसलों का नुकसान होता। फसल की हमारी पूंजी है। इसी से हम लोगों की पूरे साल आजीविका चलती है। प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा हम सभी को झेलना पड़ रहा है।
किसानों का कहना है कि मुंडेराचंद,डुमरी एखलाश व भटनी बुजुर्ग सहित तीन ग्रामसभाओं को मिलाकर कुल 70 एकड़ से अधिक की फसल डूब गयी है। इस नुकसान को लेकर किसान एक तरफ जहां निराश हैं वहीं प्रशासन पर उनका आक्रोश साफ झलक रहा है।
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गांव के जन्दू,रमेश,आशीष,सोहन,जोगेन्द्र,संदीप,राजेश,अमर सहित कई लोगों का कहना है कि जिस समय नहर सूखी थी अगर उसी समय विभाग ने अगर नहर में पाइप डाल दी होती तो आज इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। सरकार इस नुकसान की भरपाई करें और जिम्मेदार लोगों पर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
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एक्सईएन दुर्गेश गर्ग ने कहा कि मुख्य नहर टूटने की जानकारी नहीं है। वहां पुल बन रहा था। इतना पानी अचानक कैसे पहुंच गया। इसकी जांच की जा रही है।