Delhi-NCR Pollution: दिल्ली की हवा में सुधार नहीं , AQI पहुंचा 379 , SC में आज फिर होगी सुनवाई
नई दिल्ली,17 नवंबर। राजधानी की आबो-हवा में बुधवार को भी कोई सुधार नहीं दिख रहा है वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) ने जानकारी दी है कि आज भी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 379 है, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है। अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में अगले कुछ दिनों तक वायु की क्वालिटी यही रहने वाली है। दिल्ली-एनसीआर आसपास के इलाकों में लगातार बढ़ते प्रदूषण को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में फिर से सुनवाई होने वाली है।
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कोर्ट की सुनवाई सुबह 10.30 पर होगी। सोमवार को कोर्ट ने राज्य और केंद्र सरकार को प्रदूषण को कंट्रोल करने के सुरक्षित उपाय करने को कहा था। मालूम हो कि बढ़ते प्रदूषण की वजह से दिल्ली और NCR के आस पास के शहरों के सभी स्कूल और कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश दिया है।
स्कूल-कॉलेज बंद, निर्माण कार्य बंद
दरअसल प्रदूषण का बुरा हाल देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने मंगलवार को नए निर्देश जारी किए थे ,जिसमें कहा गया था कि सभी शिक्षण संस्थाएं ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करें, 21 नवंबर तक कम से कम 50 प्रतिशत सरकारी कर्मचारी व्रक फॉर होम करें और सभी निर्माणाकार्य कामों पर रोक लगा दी गई है तो वहीं दिल्ली-एनसीआर में अभी 11 में से सिर्फ 5 थर्मल पावर प्लांट ही संचालित होंगे।
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पूरा एनसीआर जोन प्रदूषण से ग्रसित
केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरा एनसीआर जोन इस वक्त प्रदूषण से ग्रसित है। हरियाणा की भी हवा काफी जहरीली हो गई है, यहां भी प्रदूषण काफी हॉवी है, जिससे सांस लेना काफी मुश्किल हो गया है।
सोमवार को शहरों का AQI रिकॉर्ड
- नारनौल (हरियाणा) की AQI 343
- कोटा (राजस्थान) की AQI 351
- मुजफ्फरनगर की AQI 343
- जींद की AQI 345
- उदयपुर की AQI 346
- बल्लभगढ़ की AQI 412
- बुलंदशहर की AQI 462
यह भी जानें
- PM10 या पर्टिकुलेट मैटर कहा जाता है। जो कि वायु में मौजूद ठोस कणों और तरल बूंदों का मिश्रण होता है। जिनसे स्वास्थ्य संबधित गंभीर बीमारियां पैदा होती हैं।
- AQI एक संख्या है जिसका उपयोग सरकारी एजेंसियों द्वारा वायु प्रदूषण के स्तर को बताने के लिए करती हैं।