'जहां मेरी मां की फोटो, वहीं...', MCD चुनाव से ठीक पहले अपनी ही पार्टी के नेता पर क्यों भड़के संदीप दीक्षित
दिल्ली में जहां बाकी दल एमसीडी चुनाव की तैयारियों में लगे हैं, वहीं कांग्रेस में कलह मची है। संदीप दीक्षित ने अपनी ही पार्टी के नेता देवेंद्र यादव पर उनकी मां पूर्व सीएम शीला दीक्षित का अपमान करने का आरोप लगाया है।
delhi mcd election 2022: दिल्ली में एमसीडी चुनाव से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस आपसी कलह में घिरती हुई नजर आ रही है। दरअसल, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आरोप लगाया है कि उनकी ही पार्टी के नेता देवेंद्र यादव ने उनकी मां और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का अपमान किया है। संदीप दीक्षित ने दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए जारी किए गए कांग्रेस के घोषणा पत्र के कार्यक्रम से जुड़े एक ट्वीट को रिट्वीट करते कहा कि देवेंद्र यादव मंच पर इस तरह से बैठे थे, ताकि पीछे लगे बैनर पर शीला दीक्षित की तस्वीर दिखाई ना दे।
घोषणा पत्र कार्यक्रम का है पूरा मामला
आपको बता दें कि कांग्रेस ने बुधवार को एमसीडी चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया था। इस दौरान मंच पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी, अजोय कुमार, सुप्रिया श्रीनेत, सुभाष चोपड़ा और देवेंद्र यादव सहित पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद थे। इसी कार्यक्रम से जुड़ी कुछ तस्वीरें दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल ने ट्वीट की, जिसपर संदीप दीक्षित ने पार्टी नेता देवेंद्र यादव को घेरा।
'मेरी मां को अपमानित करने की कोशिश'
संदीप दीक्षित ने अपने ट्वीट में लिखा, 'मैं इसे पूरी तरह से निंदनीय मानता हूं कि ये साथी देवेंद्र यादव मंच पर वहां बैठे हैं, जहां पीछे बैनर पर मेरी मां की तस्वीर लगी हुई है। जिस तरीके से और जिस तरह की चालाकी से उन्होंने मेरी मां को अपमानित करने की पूरी कोशिश की, वह बहुत निंदनीय है।' वहीं संदीप दीक्षित के इस ट्वीट को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर तंज कसा है। भाजपा ने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत बनाम सचिन पायलट के बाद ये कांग्रेस बनाम कांग्रेस का एक और एपिसोड है।
'अब दिल्ली में कांग्रेस बनाम कांग्रेस'
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट करते हुए कहा, 'राजस्थान और गोवा के बाद अब दिल्ली में कांग्रेस बनाम कांग्रेस...टुकड़े-टुकड़े कांग्रेस...कांग्रेस का विरोध कर रही है कांग्रेस... राहुल गांधी जी भारत जोड़ो यात्रा पर निकलने से पहले आपको एक कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए, क्योंकि सरदार पटेल की वजह से भारत तो पहले ही एक है। आप कहीं भी देखिए, या तो कांग्रेस तोड़ो दिख रहा है, या फिर कांग्रेस छोड़ो। उत्तर से दक्षिण हो या फिर पूर्व से पश्चिम...हर जगह कांग्रेस बनाम कांग्रेस है और जब कांग्रेस ही नहीं जुड़ पा रही है तो फिर आप भारत को जोड़ने का काम कैसे करेंगे। इससे साफ दिखता है कि कांग्रेस में नेता, नीति नेतृत्व ही नहीं बचा है।'