दिल्ली के 41 अस्पतालों से आए इमरजेंसी कॉल पर ऑक्सीजन पहुंचा बचाई 7142 मरीजों की बचाई जान: आप
नई दिल्ली, 5 मई: कोरोना के बढ़ते संकट के बीच राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुई है। दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि जितनी मांग है, उसकी आधी ऑक्सीजन भी केंद्र से नहीं मिल रही है। जिसके चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आम आदमी पार्टी के विधायक राघव चड्ढा ने कहा है कि उन्हें 3 मई को 976 मीट्रिक टन के मुकाबले 433 मिट्रिक टन ही ऑक्सीजन मिली, जो कुल मांग का मात्र 44 फीसदी है। वहीं दिल्ली को बीते एक सप्ताह में कुल मांग के मुकाबले औसतन 40 फीसदी ऑक्सीजन मिली।
आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने बताया है कि 3 मई को 41 हॉस्पिटल से ऑक्सीजन के लिए एसओएस कॉल आए, जिसके बाद यहां 21.3 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचा कर 7142 मरीजों की जान बचाई गई। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने ऑक्सीजन के बेहतर प्रबंधन के लिए कुछ एसओएस रिजर्व बनाए हैं, जहां से जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी होती है, वहां पहुंचाई जाती है।
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राघव चड्ढा ने कहा कि 3 मई को उन्हें एक महिला का फोन आया, जिसका 10 साल का बेटा एक अस्पताल में भर्ती है, और वह ऑक्सीजन पर है। महिला ने बताया कि उनके अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने वाली है। जिसके बाद हमारा एक ट्रक लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर आ रहा था, जो किसी और अस्पताल में जा रहा था। हमने जल्दी से उस ट्रक को उस अस्पताल में मोड़ा, जहां पर जिस मां ने हमें फोन करके बताया कि उनका बेटा बहुत नाजुक दौर से गुजर रहा है। वहां पर ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई।
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