Satpura Tiger Reserve: छिंदवाड़ा तामिया नए गेट का नाम बदलने कमलनाथ की चिट्ठी, बीजेपी बोली बंगले का नाम है क्या
एमपी में बाघ का दीदार कराने टूरिस्ट की सहूलियत के लिए छिंदवाड़ा जिले तामिया की ओर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का एक नया गेट बनाया हैं। यहां से भी सैलानियों की एंट्री शुरू हो गई है। लेकिन गेट के नाम को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ को आपत्ति है। उन्होंने इस सिलसिले में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के गेट का नाम बदलने के लिए कमलनाथ ने अपर सचिव जेएन कंसोटिया को लिखा पत्र लिखा है। वहीं बीजेपी इस चिठ्ठी पर चुटकियां ले रही है। पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष विनोद गोंटिया बोले कि कमलनाथ को ऐसी तकलीफ हो रही, जैसे उनके बंगले का नाम हो।
बाघ और अन्य वन्यप्राणियों के लिए मशहूर मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के पर्यटन को बढ़ावा देने एक नया गेट बनाया गया है। अभी नर्मदापुरम संभाग में ही दो गेट से यहां दाखिल हुआ जाता था। लेकिन छिंदवाड़ा जिले के तामिया सीताडोंगरी की तरफ से भी नए गेट से प्रवेश लिया जा सकता है। एक नवम्बर से यहां से एंट्री शुरू कर दी गई है। इस गेट पर जो नाम प्रदर्शित किया जा रहा है, उसमें छिंदवाड़ा के बजाय नर्मदापुरम है। जिस पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने आपत्ति जताई है। इस बारे में उन्होंने अपर सचिव जेएन कंसोटिया को लिखा पत्र लिखा है। उनका कहना है कि गेट में ऐसा नाम दिया जाए, जिससे छिंदवाड़ा जिले को भी पहचान मिले। नर्मदापुरम लिखा होने से पर्यटक भ्रमित होंगे।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के नए गेट के नाम को लेकर बीजेपी कमलनाथ पर तंज कस रही है। मप्र पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोंटिया ने कहा कि नर्मदापुरम जीवनदायिनी मां नर्मदा से जुड़ा नाम हैं। नया गेट बनने के पहले टाइगर रिजर्व की पहचान नर्मदापुरम संभाग से ही है। गोंटिया बोले कि कमलनाथ को ऐसे तकलीफ हो रही है कि जैसे उनके शिकारपुर बंगले का नाम बदल दिया हो। पर्यटक जब यहां पहुंचेगे तो वह नाम को लेकर कहीं भी भ्रमित नहीं होंगे।