Whitney Wolfe Herd:अपने दम पर दुनिया की सबसे युवा महिला अरबपति बनीं ,जानिए क्या है कारोबार
नई दिल्ली: ऑनलाइन डेटिंग ऐप बंबल की संस्थापक और सीईओ व्हिटनी वूल्फ हर्ड अपने दम पर अरबपति बनने वाली दुनिया की सबसे युवा महिला बन गई हैं। उन्होंने गुरुवार को अपनी कंपनी का आईपीओ लॉन्च किया है। वूल्फ को यह कामयाबी महज 31 साल की उम्र में मिली है। गुरुवार को अमेरिका के शेयर बाजार में लिस्ट होते ही बंबल के शेयरों में 67 फीसदी का उछाल आ गया और यह देखते ही देखते 72 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। अब यह कंपनी अमेरिकी लिस्टेड डेटिंग कंपनियों में नंबर दो पर पहुंच गई है।
एक ही दिन में 150 करोड़ डॉलर की मालकिन
महिलाओं की अगुवाई में चलने वाली बंबल कंपनी में अपने हिस्से के शेयर की बदौलत इसकी संस्थापक और सीईओ व्हिटनी वूल्फ हर्ड एक ही दिन में 150 करोड़ डॉलर की मालकिन बन चुकी हैं। बंबल एक ऐसी डेटिंग ऐप है, जहां महिलाएं ही पहले पहल कर सकती हैं। अमेरिका में बंबल की आईपीओ आने के पहले ही दिन मिली इतनी बड़ी कामयाबी ने हर्ड को बहुत ही रोमांचित कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इसपर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि 'इसके लिए 1.7 करोड़ बहादुर महिलाओं का शुक्रिया,जिनके कारण यह संभव हुआ है। उन सभी लोगों का शुक्रिया , जिनकी वजह से यह संभव हुआ है। '
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आधी आबादी को उनका असल सम्मान दिलाने की पहल
हर्ड पहले टिंडर नाम की कंपनी से जुड़ी थीं। उन्होंने 2014 में इस उम्मीद के साथ महिलाओं की अगुवाई वाली डेटिंग ऐप लॉन्च की, जिससे महिलाओं को रिलेशनशिप में पहले पहल करने की शक्ति मिले। इसपर उनका कहना है, 'यह एक शक्तिशाली बदलाव है, इससे महिलाओं को कॉन्फिडेंस और कंट्रोल मिलता है।' बंबल में ज्यादातर अधिकारी और डायरेक्टर महिलाएं हैं। गुरुवार को ब्लूमबर्ग टीवी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अपनी कामयाबी के बारे में कहा 'उम्मीद है कि यह एक दुर्लभ हेडलाइन नहीं बनेगी।' उनका इशारा महिलाओं की अगुवाई वाले मैनेजमेंट को आने वाले वक्त में समान नजरिए से देखे जाने की ओर था। क्योंकि वो बोलीं, 'उम्मीद है कि यह एक मानक होगा। यह सही बात है, यह हमारे लिए प्राथमिकता है और यह दूसरे सभी के लिए भी प्राथमिकता होनी चाहिए।'
स्टार्टअप शुरू करने में अभी भी महिलाएं काफी पीछे
बंबल के आईपीओ लॉन्च होने से व्हिटनी वूल्फ हर्ड अपने दम बर अरबपति बनीं दुनिया की चुनिंदा महिलाओं के क्लब में शामिल हो गई हैं। ब्लूमबर्ग अरबपति इंडेक्स के मुताबिक विश्व की करीब आधी आबादी होने के बावजूद भी दुनिया के 500 बड़े अरबपतियों में सेल्फ-मेड वूमेन की संख्या 5 फीसदी से भी कम है। जबकि, वेल्थ इंडेक्स में खुद के पांव पर खड़े होने पुरुषों की तादाद करीब दो-तिहाई है। यही नहीं पिछले साल भर में अमेरिका में जो 559 कंपनियां आईपीओ के जरिए पब्लिक कंपनी बनी हैं, उनमें बंबल के अलावा सिर्फ दो की स्थापना महिलाओं ने की है।
हर्ड भी हुईं उत्पीड़न का शिकार
यही नहीं स्टार्टअप की दुनिया में महिलाओं को तरह-तरह के शोषण का भी सामना करना पड़ता है, जिसकी वजह से उनका इतनी कम अवस्था में कामयाबी पाना सामान्य घटना नहीं है। पिछले साल अमेरिका में एक सर्वे में हुआ था, जिसमें 44 फीसदी महिला संस्थापक किसी ना किसी शोषण का शिकार हुई थीं, जिसमें यौन शोषण भी शामिल है। तथ्य तो यह भी है कि बंबल की स्थापना भी हर्ड ने उत्पीड़न की वजह से की थी और इसके लिए उन्हें अदालत का दरवाजा भी खटखटाना पड़ा था।
कैसे सूझी डेटिंग ऐप बनाने की बात?
शुरू में व्हिटनी ऐक ऐसा सोशल नेटवर्क बनाना चाहती थीं, जो सिर्फ महिलाओं के लिए ही हो। लेकिन, बाद में उन्होंने तकनीक की दुनिया के एक रूसी अरबपति एंड्री एंड्रीव की सलाह पर मैच-मेकिंग ऐप पर काम करना शुरू किया। एंड्रीव भी डेटिंग ऐप 'बाडू' के संस्थापक हैं। उनकी सहायता से उन्होंने बंबल बनाया, जिसका मकसद 'महिलाओं के द्वारा, महिलाओं के लिए' है। इसके जरिए वह महिलाओं को डेटिंग के बहाने होने वाले उत्पीड़न से बचाना चाहती हैं। देखते ही देखते यह ऐप अमेरिका का दूसरा सबसे लोकप्रिय डेटिंग ऐप बन चुका है। इसकी थीम लाइन है- 'सीईओ बनें, आपके माता-पिता हमेशा चाहते थे कि आप शादी करें।'(सौजन्य: पहली तस्वीर विकिपीडिया और बाकी सोशल मीडिया से)