इमरान खान को बड़ा झटका! क्रैश होने के कगार पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, तंबाकू कंपनी से लेना पड़ रहा है चंदा
बड़ा झटका!क्रैश होने के कगार पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, तंबाकू कंपनी से लेना पड़ रहा है चंदा
नई दिल्ली। आतंकवाद पर अपने दोहरे रवैये की वजह से पाकिस्तान अलग-थलग पर चुका है। उसकी अर्थव्यवस्था क्रैश होने के कगार पर पहुंच चुकी है। पाकिस्तान की जनता बढ़ती महंगाई से बेहाल है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में महंगाई ने पिछले पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।जनता महंगाई से बेहाल है तो वहां सरकार लगातार बढ़ते कर्ज से परेशान है। स्थिति ऐसी बन गई है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था किसी भी वक्त क्रैश हो सकती है।
पढ़ें-मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर पाकिस्तान ने क्या कहा
पाकिस्तान को बड़ा झटका
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल फाइनेंस (IIF) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान कर्ज़ के बोझ तले बुरी तरह दब चुका है। वहां की GDP की तुलना में कर्ज पिछले साल 2018 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर 2018 ) में बढ़कर 75.1 फीसदी पहुंच गया , जबकि ये आंकड़ा एक साल पहले 67 फीसदी था।
क्रैश होने के कगार पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था
कर्ज के बोझ तले दबे पाकिस्तान का चालू खाता घाटा तेजी से बढ़ रहा है। अब उसकी नजर आईएमएफ(IMF) के 13वें बेलआउट पैकेज की तरफ है। पाकिस्तान 8 अरब डॉलर के राहत पैकेज की मांग कर रहा है। IIF की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में पाकिस्तान द्वारा लिया गया कर्ज 17.4 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 223 लाख क रोड़ रुपए तक पहुंच गया। वहीं अपनी अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए इमरान खान के पास एक ही विकल्प है या तो लोगों पर बोझ बढ़ाया जाए या भुगतान संतुलन की समस्या से जूझती रहे,जिससे अर्थव्यवस्था क्रैश हो सकती है।
तंबाकू कंपनी से लेना पड़ा चंदा
पाकिस्तान की आर्थिक हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विकास कार्यों के लिए भी उसके पास फंड नहीं है। इमरान खान बांध बनाने के लिए लोगों से चंदा मांग रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने डैम बनाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय तंबाकू कंपनी से चंदा लिया, जिसके बाद इसका विरोध भी शुरू हो गया। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक इमरान खान से तंबाकू कंपनी से डैम बनाने के लिए 50 लाख रुपये के चंदे का चेक लिया। ये तंबाकू कं पनी ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको कंपनी है। दरअसल पाकिस्तान का खजाना खाली है और देश के पास जरूरी खर्चों के लिए भी धन नहीं बचे हैं।