Jio बेटा...आकाश के हाथों में जियो की कमान, इस फॉर्मूले से अंबानी करेंगे 7.8 लाख करोड़ की संपत्ति का बंटवारा
Jio बेटा...आकाश के हाथों में जियो की कमान, इस फॉर्मूले से अंबानी करेंगे 7.8 लाख करोड़ की संपत्ति का बंटवारा
नई दिल्ली। दुनिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी अब अपनी अगली पीढ़ी को बिजनेस में उतार रहे हैं। देस के सबसे बड़े कॉरपोरेट घराने रिलायंस समूह में अब अगली पीढ़ी को कमान सौंपने की तैयारी शुरू हो गई है। 27 जून को रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेस अंबानी ने रिलायंस जियो के डायरेक्टर पद से इस्तीफा देते हुए अपने बड़े बेटे आकाश अंबानी को ये अहम जिम्मेदारी सौंप दी। मुकेश अंबानी ने देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी की कमान अपने बेटे आकाश के हाथों में सौंप कर संकेत दिए कि अब वो अपने साम्राज्य को अगली पीढ़ी को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं।
बंटवारे को लेकर सजग हैं अंबानी
भारत
और
एशिया
के
सबसे
अमीर
बिजनेसमैन
मुकेश
अंबानी
अपने
कारोबार
को
अपनी
अगली
पीढ़ी
को
सौंपने
के
प्लान
पर
काम
कर
रहे
हैं।
वे
चाहते
हैं
उनके
बच्चों
को
उन
स्थितियों
से
न
गुजरना
पड़े,
जिससे
वो
गुजरे
हैं।
पिता
धीरूभाई
अंबानी
के
निधन
के
बाद
मुकेश
अंबानी
और
उनके
भाई
अनिल
अंबानी
से
हिस्सेदारी
के
बंटवारे
को
लेकर
जो
विवाद
हुआ,
वो
नहीं
चाहते
हैं
कि
ऐसै
कुछ
उनके
बच्चों
के
बीच
हो,
इसलिए
वो
बंटवारे
को
लेकर
बहुत
सोच-समझ
और
फूंक-फूंक
कर
कदम
उठा
रहे
हैं।
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लंबी चली थी बंटवारे की लड़ाई
दरअसल साल 2002 में अचानक धीरूभाई अंबानी का स्वर्गवास हो गया। उन्होंने अपने दोनों बेटों के बीच संपत्ति के बंटवारे को लेकर कोई वसीयत नहीं बनाई थी, जिसके बाद मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच संपत्ति को लेकर लंबी लड़ाई चली और कंपनी के दो टुकड़े किए गए। मुकेश अंबानी एक बार इस विवाद का दर्द झेल चुके हैं, इसलिए वो नहीं चाहते कि उनके बच्चों के बीच भी इस तरह का कोई विवाद हो, इसलिए वो अपनी 208 बिलियन डॉलर की संपत्ति और कारोबार के बंटवारे के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर रहे हैं।
कैसे करेंगे बंटवारा ?
कुछ दिनों पहले Bloomberg ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा था कि मुकेश अंबानी अपने बच्चों के बीच कारोबार के बंटवारे को लेकर दुनिया भर के अरबपति परिवारों के सक्सेशन प्लान की स्टडी कर रहे हैं और उससे सबक लेना चाहते हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक वो अपनी सपंत्ति के बंटवारे से पहले वालमार्ट इंक. के वाल्टन परिवार के बंटवारे की स्टडी कर रहे हैं। वो बंटवारे को लेकर ऐसा फैसला लेना चाहते हैं जो सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े। इस रिपोर्ट में कहा गया कि मुकेश अंबानी परिवार की होल्डिंग को एक ट्रस्ट जैसी व्यवस्था में रख सकते हैं, जो ट्रस्ट रिलायंस इंडस्ट्री पर कंट्रोल रखेगी।
परिवार का अहम रोल
इस रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी इस ट्रस्ट के जरिए कंपनी पर कंट्रोल रखना चाहते हैं। इस ट्रस्ट में उनकी नीता अंबानी और उनके तीनों बच्चे आकाश अंबानी, ईशा अंबानी, अनंत अंबानी की हिस्सेदारी रहेगी । हालांकि मुकेश अंबानी दुनिया के बड़े कारोबारियों के बंटवारों की स्टडी कर रहे हैं, ताकि वो अपने बच्चों के बीच कारोबार और संपत्ति का सही से बंटवारा कर सके। वो हर पहलू का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं, ताकि भविष्य में उनके बच्चों के बीच कोई विवाद न हो।
आकाश-ईशा और अनंत अंबानी के पास कौन की जिम्मेदारी
रिलायंस इंडस्ट्री के चैयरमैन मुकेश अंबानी की तीनों बच्चे आगे बढ़कर बिजनेस में सहयोग करते हैं। मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी ने 2014 में ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स की डिग्री हासलि करने के बाद परिवार का कारोबार ज्वाइन कर लिया। जियो प्लेटफॉर्म्स, जियो लिमिटेड, सावन मीडिया, जियो इन्फोकॉम, रिलायंस रिटेल वेंचर्स में वो शामिल है और अब वो रिलायंस जियो के चैयरमैन बन गए हैं।
ईशा अंबानी के पास ये जिम्मेदारी
वहीं
मुकेश
और
नीता
अंबानी
की
लाडली
बेटी
ईशा
अंबानी
ने
येल
और
स्टेनफोर्ड
से
पढ़ाई
करने
के
बाद
साल
2015
में
परिवार
का
बिजनेस
ज्वाइन
किया।
वो
जियो
प्लेटफॉर्म्स,
जियो
लिमिटेड,
रिलायंस
रिटेल
वेंचर्स
के
बोर्ड
में
शामिल
है।
जियो
की
फैशन
ब्रांड
एजियो
की
अहम
जिम्मेदारी
ईशा
के
पास
है।
अनंत अंबानी के पास ये जिम्मेदारी
वहीं अनंत अंबानी ने अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद फैमिली बिजनेस ज्वाइन कर लिया। वो रिलायंस न्यू एनर्जी, रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी, रिलायंस O2C के बोर्ड में शामिल है।
जियो में आकाश और ईशा का अहम रोल
मुकेश अंबानी के बच्चे हमेशा से फ्रंट में आकर कारोबार में शामिल रहे हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद आकाश अंबानी ने जियो के प्रोडक्ट और डिजिटल सर्विसेज के एप्लीकेशन डेवलपमेंट के काम में बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। वहीं रिलायंस जियो के 4जी इको सिस्टम को खड़ा करने में उनका अहम रोल है। वहीं दुनियाभर के बड़े निवेशकों को भारत लाकर जियो में निवेश करवाने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। अब जब उन्हें इस कंपनी की कमान सौंपी गई है तो उम्मीद की जा रही है कि जियो में और बदलाव देखने को मिलेंगे। वहीं ईशा अंबानी ने भी जियो को खड़ा करने में अहम जिम्मेदारी निभाई।
एक नजर जियो के सफर पर
जिय़ो के सफर की शुरुआत साल 2016 में हुई। रिलायंस ने जियो वेककम ऑफर के साथ टेलीकॉम इंडस्ट्री में एंट्री कर भूचाल ला दिया। फ्री ऑफर्स, सस्ते प्लान्स ने जियो को लोकप्रिय बना दियैा। साल 2017 में जियो ने हैप्पी न्यू ईयर प्लान पेश किया। दो साल की फ्री कॉलिंग के बाद 2018 में जियो ने रिचार्ज प्लान पेश किए। 2018 में ही कंपनी ने 4जी सपोर्ट वाला दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया। 2019 में जियो प्लेटफॉर्म लॉन्च किया और साल 2021 में कंपनी ने जियो फोन नेकस्ट लॉन्च किया। जियो ने अपने सस्ते प्लान और आकर्षक ऑफर से कई टेलीकॉम कंपनियों पर ताला लगवा दिया तो कई को अपना कारोबार बचाने के लिए मर्जर का सहारा लेना पड़ा। आज जियो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है।