होम और कार लोन हो सकता है महंगा! जानिए कारण
नई दिल्लीः अगर आप होम और कार लेने की योजना बना रहे हैं तो जल्दी करें, क्योंकि आने वाले समय में कोर और होम लोन महंगे हो सकते हैं। हाल ही में बैंकों ने रेट बढ़ाने की शुरुआत कर दी है। जनवरी महीने में एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक और यस बैंक जैसे प्राइवेट सेक्टर बैंकों ने अपना बेंचमार्क मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट 5 से 10 बेसिस पॉइंट बढ़ाया है। बता दें, पहले ये बेसिस पॉइंट 0.1 होता था।
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट अप्रैल 2016 में बढ़ाया था
इससे पहले बैंकों ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट अप्रैल 2016 में बढ़ाया था। हाल ही में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट बढ़ाने का मुख्य कारण बैंको की डिपोजिस्ट के भुगतान को बढ़ाना है। इससे शॉर्ट-टर्म के रेट्स में तेजी रहने की संभवना है।
मंहगाई सात महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने छह दिसंबर को मॉनेटीर पॉलिसी कमिटी को छह फीसदी रखने का फैसला लिया था। ये फैसला महंगाई के बढ़ने पर लिया गया था, क्योंकि इस फैसले से मंहगाई सात महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। साथ ही गवर्नमेंट बॉन्ड की यील्ड में भी तेजी आई थी। मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट के बारे में इंडसइंड बैंक के ट्रेजरी हेड अरुण खुराना का कहना है कि , 'हमारे डिपॉजिट रेट बढ़ गए हैं और इसी वजह से हमें लेंडिंग रेट में बदलाव करना पड़ा है।'
रेट 5-10 बेसिस पॉइंट बढ़ा दिए हैं
कोटक महिंद्रा बैंक ने सभी अवधियों के लिए रेट 5-10 बेसिस पॉइंट बढ़ा दिए हैं। इस मामले परकोटक महिंद्रा बैंक के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर दीपक गुप्ता ने कहा कि, 'सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट रेट्स सभी अवधियों के लिए 50 बेसिस पॉइंट तक बढ़े हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहले ही रेट्स में और गिरावट न आने का संकेत दिया है और ऐसा लगता है कि बैंक लेंडिंग रेट्स के भी यहां से नीचे जाने की संभावना कम है।'
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