साउथ ईस्ट एशिया के बड़े बैंक DBS के क्रिप्टो एक्सचेंज में उछाल, 10 गुना बढ़ गया ट्रेडिंग वॉल्यूम
नई दिल्ली, 5 मई। दक्षिणपूर्व एशिया के सबसे बड़े बैंक डीबीएस ने बताया है कि इसके एक्सचेंज पर क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग वॉल्यूम 10 गुना बढ़ गया है। डीबीएस के सीईओ ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बैंक की क्रिप्टो ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 3 से 4 करोड़ डॉलर हो गई है। साथ ही ये भी बताया है कि डीबीएस अमेरिका के बड़े बैंक जेपी मॉर्गन के साथ मिलकर ब्लॉकचेन सेटलमेंट प्लेटफॉर्म पर काम कर रहा है और साल की दूसरी तिमाही में सिक्योरिटी टोकन लॉन्च करने की तैयारी भी कर रहा है।
सिंगापुर स्थित इस अग्रणी बैंक की 18 देशों में शाखाएं हैं। डीबीएस ने पहली तिहामी को लेकर की गई प्रेस वार्ता में क्रिप्टो एक्सचेंज के बारे में भी बात की। बैंक ने पिछले साल दिसम्बर में ही डिजिटल एक्सचेंज लॉन्च किया था।
डीबीएस
ने
एक्सचेंज
में
क्या
है
खास?
डीबीएस
बैंक
के
सीईओ
पीयूष
गुप्ता
ने
बताया
कि
हमारे
डिजिटल
एक्सचेंज
की
क्षमता
बहुत
कुछ
कॉइनबेस
की
तरह
ही
है।
उन्होंने
आगे
कहा
कि
अंतर
केवल
यह
है
कि
कॉइनबेस
जहां
क्रिप्टोकरेंसी
के
बड़ी
मात्रा
में
छोटे
व्यापार
की
भी
अनुमति
देता
है
जबकि
हम
इसे
मान्यता
प्राप्त
और
संस्थागत
निवेशकों
के
साथ
शुरू
करके
पेश
किया
है।
डीबीएस सीईओ ने कहा कि पहली तिमाही में जो नंबर हमें मिले हैं वह उत्साह बढ़ाने वाले हैं। वर्तमान में क्रिप्टो संपत्ति 8 करोड़ डॉलर है जबकि ट्रेडिंग वॉल्यूम 10 फीसदी बढ़कर 3 से 4 करोड़ डॉलर हो गया है।
ट्रेडिंग वॉल्यूम किसी सिक्योरिटी की शेयर की उन संख्या को कहा जाता है जिनका एक निश्चित अवधि के दौरान कारोबार किया जाता है।
बैंक
के
पास
120
ग्राहक
सीईओ
पीयूष
गुप्ता
ने
कहा,
"हमारे
पास
अभी
120
ग्राहक
हैं,
जबकि
सैकड़ों
अभी
कतार
में
हैं।"
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डीबीएस के सीईओ ने पिछले सप्ताह ही बताया था कि डीबीएस ने इनवेस्टमेंट बैंक जेपी मॉर्गन और टेमासेक के साथ मिलकर एक प्रौद्योगिकी कंपनी बनाई है, जो सीमा पार भुगतान के काम करने के तरीके को बदलने का मंच बनेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में "सीमा पार से भुगतान और सेटलमेंट को टी-2 से कंट्रोल किया जाता है। उम्मीद जताई गई है कि ब्लॉकचेन इस समस्या को हल करते हुए बड़ा बदलाव ला सकता है।