बैंकों के पास जमा हुए 5.44 लाख करोड़ रुपए, 10 फीसदी नोट बदले गए
10 नवंबर से 18 नवंबर तक के दौरान बैंकों के काउंटर और एटीएम के जरिए 1,03,316 करोड़ रुपए बांटे जा चुके हैं।
मुंबई। 8 नवंबर को पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि आधी रात के बाद से यानी 9 नवंबर से 500 और 1000 रुपए के नोट मान्य नहीं रहेंगे। साथ ही, यह भी कहा था कि जिन लोगों के पास पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट हैं वे 30 दिसंबर तक बैंकों या डाक घरों से बदल सकते हैं।
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इसके बाद से हर रोज बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की लाइनें देखने को मिल रही हैं। रिजर्व बैंक ने इस बावत एक बयान जारी करके बताया है कि 10 नवंबर से 18 नवंबर तक के दौरान बैंकों के काउंटर और एटीएम के जरिए 1,03,316 करोड़ रुपए बांटे जा चुके हैं।
बैंकों के पास इस पूरी अवधि के दौरान करीब 5.44 लाख करोड़ रुपए जमा किए जा चुके हैं। अपने खातों से लोगों ने 1,03,316 करोड़ रुपए निकाले हैं, जो देश में मौजूद कुल 500 और 1000 रुपए के नोटों का 10 फीसदी से भी कम हैं।
आपको बता दें कि देशभर में 500 और 1000 के नोटों की कुल संख्या देश में मौजूद कुल करंसी की करीब 86 फीसदी है। इसकी कीमत करीब 14 लाख करोड़ रुपए है, जिसमें से अभी तक 1,03,316 करोड़ रुपए के नए नोट लोगों के पास पहुंच चुके हैं।
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9 नवंबर से बंद हैं नोट
आपको बता दें कि सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को 9 नवंबर से बंद कर दिया है और इनके बदले 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए हैं। साथ ही अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, दूध बूथ, पेट्रोल पंप जैसी जगहों पर 24 नवंबर तक पुराने नोट चलाए जाने की छूट दी है।
देश के बहुत सारे एटीएम नए नोटों के हिसाब से काम नहीं कर पा रहे हैं, जिसकी वह से अधिकतर एटीएम बंद रहते हैं और जो खुलते हैं उनके सामने लंबी लाइनें लगती हैं।
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बैंकों के सामने भी लंबी कतारें लग रही हैं। सरकार ने अपने पुराने नोट प्रतिदिन 2000 रुपए के हिसाब से बदलने के लिए 30 दिसंबर तक का समय दिया है।