यहां एक दूसरे से मिलने पर मुंह पर थूकते हैं लोग, ये परंपरा जान रह जाएंगे हैरान
क्या कभी ऐसे रिवाज के बारे में सुना है कि सामने से आए दोस्त पर दूसरा दोस्त थूक दे या फिर किसी जच्चा को जानवर का खून पीने के लिए दिया जाए।
नई दिल्ली। दुनियाभर में रहने वाले लोगों की तहजीब अलग-अलग है। बहुत सी परंपराएं हमारे लिए चौंकाने वाली होती हैं लेकिन कुछ लोगों के रिवाज ऐसे होते हैं कि जल्दी से उस पर यकीन करना भी मुश्किल होता है। आपने किसी दोस्त या रिश्तेदार से मिलने पर मुस्करा कर गले मिलते तो बहुतों को देखा होगा लेकिन क्या कभी सुना है कि सामने से आए दोस्त पर दूसरा दोस्त थूक दे या फिर किसी जच्चा को जानवर का खून पीने के लिए दिया जाए।
थूककर करते हैं अभिवादन
हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी परंपरा के बारे में, जहां लोग अभिवादन के लिए एक-दूसर पर थूकते हैं। अफ्रीका की मसाई जनजाति के लोग एक-दूसरे पर थूककर अभिवादन करते हैं। हाथ भी मिलाया जाता है, तो पहले एक-दूसरे के हाथों पर थूका जाता है। यहां तक कि नवजात शिशु को आशीष देने के लिए भी उस पर थूका जाता है। ये मसाई जनजाति के लिए आम बात है।
केन्या और तंजानिया में रहती है मसाई जनजाति
मसाई लोग तंजानिया और केन्या में रहते हैं। इनकी संख्या दस लाख के करीब है। इनके लाल रंग के कपड़ों से इन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है, ये लाल कपड़े ही पहनते हैं। ये घुमंतू जीवन बिताते हैं।
जानवरों का पीते हैं खून
मसाई जनजाति के लोग अमूमन मांस खाते हैं लेकिन कई मौकों पर ये लोग जानवरो का खून भी पीते हैं, खासकर बीमारी से बचने को। जानवरों की गर्दन पर तीर से छेद करके कुछ मात्रा में खून इकठ्ठा करते हैं या फिर गर्दन काटकर सीधे मुंह लगाकर खून पी लेते हैं। डिलीवरी के बाद ये लोग जच्चा को जानवर का खून पिलाते हैं।
जानवरों को देते हैं बहुत अहमियत
मसाई जनजाति के लोग अपने जानवरों को बहुत अहमियत देते हैं। ये बच्चो की तरह ही जानवरों का ख्याल करते हैं। अपने रीति-रिवाजों के लिए मसाई जनजाति दुनियाभर में मशहूर है। इनके ज्यादातर कायदे-कानून मौखिक ही चलते हैं।