
पीरियड्स के खून को चेहरे पर क्यों लगा रही हैं महिलाएं? ट्रेंड में है 'मेंसुरेशन मास्किंग'

Menstrual Masking Trend: कई बार सोशल मीडिया में अजीबोगरीब चीजों के बारे में सुनने को मिलता है, जो काफी अलग होती हैं और जिनके बारे में शायद कोई सोच भी ना सकता हो। ऐसा ही एक ट्रेंड इन दिनों महिलाओं के बीच चल पड़ा है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि पीरियड्स के खून का चेहरे पर इस्तेमाल करने से त्वचा निखरती है। इस ट्रेंड को मेंसुरेशनल मास्किंग का नाम दिया जा रहा है। बार्सिलोना की 31 साल की महिला ने इस ट्रेंड की शुरुआत की और देखते ही देखते टिकटॉक पर ये वायरल होने लगा। सुनने में ये बात काफी अजीब लग रही है लेकिन कई लोग इसे सही भी बता रहे हैं, तो कई लोगों का मानना है कि ये बेहद अजीब है। वहीं एक्सपर्ट्स ने ऐसा ना करने की सलाह दी है।

महिला का अजीबोगरीब दावा
डेरया नाम की महिला का दावा है कि पीरियड्स का ब्लड स्किन पर इस्तेमाल करने से चेहरे पर चमक आती है। महिला को ऐसा करने पर बुरी तरह से ट्रोल किया जा रहा है लेकिन बावजूद इसके वो कहती है कि इस खून में कुछ भी गंदा नहीं है। ये वास्तविक खून से काफी अलग है।

अन्य महिलाएं भी लगा रही पीरियड्स का खून
'डेली स्टार' की खबर के मुताबिक पीरियड्स का ब्लड चेहरे पर इस्तेमाल करने वाली ये महिला ही अकेली नहीं है, बल्कि इसके अलावा कई महिलाएं ऐसा कर रही हैं। और इसे मेंसुरेशनल मास्किंग का नाम दिया जा रहा है। महिला द्वारा शेयर इस वीडियो को 1.1 मिलियन से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है। इसे देखने के बाद अन्य महिलाएं भी इस तरह की चीजें अपना रही हैं।

ट्रोल होने पर भी महिला ने बोली ये बात
डेरया नाम की ये महिला ट्रोल होने के बावजूद भी इसे सही बात रही हैं। उनका कहना है कि ये खून बच्चे के जन्म और उसे जीवन देने के काम आता है। ऐसे में इसमें सभी स्टेम सेल और ऐसे पोषक तत्व हैं, जो हमारी त्वचा को भी चाहिए। ये सिर्फ वही पैदा करता है, जो आपके शरीर और त्वचा के लिए बना है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
वेरी वेल हेल्थ के मुताबिक, हमारी नसों से गुजरने वाला खून और पीरियड्स का खून सेम ही है। लेकिन पीरियड्स का जो खून होता है, उसमें एंडोमेट्रियम से निकले टिश्यू भी मिले हुए होते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वे इस खून को चेहरे पर लगाने की सलाह तो कभी भी नहीं देंगे।

क्या होगा अगर ये खून लगाएंगे?
अब केमिकल इंजीनियर और स्किन मास्टरक्लास के संस्थापक सिगडेम केमल यिलमाज़ ने लोगों को इस मेंसुरेशनल मास्किंग नाम के ट्रेंड से दूर रहने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इसके इस्तेमाल से स्किन अच्छी होती है, ये बात साइंटिफिकली प्रूवन नहीं है। इसके इस्तेमाल से चेहरे को नुकसान हो सकता है। उन्होंने ये तक कहा कि सिर्फ खून के इस्तेमाल से भी चेहरा खराब हो सकता है।