पिता के कहने पर किया था MBBS, फिर बने पुलिस अधिकारी, अब कर रहे कोरोना मरीजों का इलाज
बिजनौर, मई 13: कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे देश में कहर बरपा रहा है। हर दिन हजारों लोगों की जान जा रही है। हर वक्त डर और दहशत में बीत रहा है। इस मुश्किल समय में कोरोना वॉरियर्स के रूप में डॉक्टर्स, नर्स, पुलिस सहित कई समाजसेवी दिन-रात लोगों की सेवा में लगे हैं। कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं। इनमें से ही एक हैं गणेश कुमार गुप्ता, उत्तर प्रदेश पुलिस में डीएसपी के पद पर तैनात हैं। पुलिस सेवा के साथ-साथ वह मरीजों का इलाज कर मिसाल पेश कर रहे हैं।
पिता के कहने पर हासिल की थी MBBS की डिग्री
बिजनौर के पीपीएस ट्रेनी सीओ गणेश कुमार गुप्ता ने पिता के कहने पर साल 2005 किंग्स जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर कई सरकारी अस्पतालों में सरकारी नौकरी की है। हालांकि, गणेश बचपन से ही सिविल सर्विस में जाना चाहते थे। साल 2016 में उन्होंने पहली बार में परीक्षा पास कर पीपीएस बनकर पुलिस सेवा शुरू की। गणेश ने मेडिकल करियर के पेशे को कभी नहीं छोड़ा, बल्कि जान पहचान के यार दोस्तों का लगातार इलाज करते रहे। गणेश कुमार चार महीने से बिजनौर में सीओ ट्रेनी के पद पर सेवा दे रहे हैं।
कोरोना संक्रमित पुलिसकर्मियों का कर रहे इलाज
यूपी में बीते दिनों त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हुए हैं। इन चुनावों में तमाम पुलिस कर्मियो की ड्यूटी लगाई गई थी। बिजनौर में ड्यूटी के बाद घर लौटे 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित मिले थे। सीओ गणेश कोविड संक्रमित पुलिस के जवानों का इलाज कर रहे हैं। यही नहीं, सीओ की देखरेख में चल रहे इलाज के बाद कई पुलिसकर्मियों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव भी आ चुकी है। बिजनौर में तैनात 163 कोरोना संक्रमित पुलिस कर्मी डॉक्टर गणेश से अपना इलाज करा रहे हैं, जिनमें से 20 पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है और वो पूरी तरह से स्वस्थ हो रहे है।
20 पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट निगेटिव आई
बिजनौर में तैनात 163 कोरोना संक्रमित पुलिस कर्मी डॉक्टर गणेश से अपना इलाज करा रहे हैं, जिनमें से 20 पुलिस कर्मियों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है और वो पूरी तरह से स्वस्थ हो रहे है।
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