चुनाव के दौरान हुई अपराध की घटनाओं का जिक्र कर तेजस्वी ने बोला नीतीश पर हमला, कहा- यह जंगलराज नहीं है!
पटना। राजद नेता और मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव चुनाव प्रचार के दौरान रैलियों में सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमला बोलते रहे। ट्विटर पर इस दौरान तेजस्वी यादव एक्टिव रहे और सोशल मीडिया पर उन्होंने सीएम नीतीश की आलोचना जारी रखी। मतदान के तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन तेजस्वी यादव ने हाल में हुई चार आपराधिक घटनाओं को ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार के सुशासन पर निशाना साधा है। ट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा-आदरणीय नीतीश कुमार जी की कथित सुशासनी झलकियां। चुनाव बीच ही एक प्रत्याशी की गोली मारकर हत्या। सत्ता संरक्षित गुंडों द्वारा विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला किया जा रहा है लेकिन यह जंगलराज नहीं है। ठीक है।
लालूराज
को
जंगलराज
कहने
पर
तेजस्वी
ने
की
टिप्पणी
तेजस्वी
यादव
का
विरोध
करते
हुए
चुनाव
प्रचार
में
सीएम
नीतीश
कुमार
और
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
समेत
अन्य
एनडीए
नेताओं
ने
रैलियों
में
लालू
यादव
के
15
साल
के
शासनकाल
की
चर्चा
की
और
युवा
पीढ़ी
को
यह
मैसेज
दिया
कि
अपने
माता-पिता
से
पूछिए
कि
उस
समय
क्या
हालात
थे?
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
तेजस्वी
यादव
को
जंगलराज
का
युवराज
तक
कह
दिया।
तेजस्वी
यादव
ने
ट्वीट
कर
चुनाव
के
दौरान
हुई
अपराध
की
घटनाओं
का
जिक्र
करते
हुए
पूछा
कि
क्या
यह
जंगलराज
नहीं
है?
किन
घटनाओं
का
तेजस्वी
ने
किया
जिक्र
24
अक्टूबर
शनिवार
को
शिवहर
में
जनता
दल
राष्ट्रवादी
प्रत्याशी
श्री
नारायण
सिंह
की
तब
हत्या
कर
दी
गई
जब
वे
चुनाव
प्रचार
करने
पुरनहिया
प्रखंड
के
हथसार
गांव
में
थे।
उनके
काफिले
पर
गोलियों
की
बौछार
की
गई
जिसमें
उनकी
मौत
हो
गई।
एक
हत्यारोपी
को
भीड़
ने
पीट-पीटकर
मार
डाला।
दूसरी
घटना
पटना
के
पुनपुन
इलाके
में
हुई
जहां
जदयू
समर्थक
ने
माले
समर्थक
को
चुनावी
जीत-हार
के
बहस
में
गोली
मारकर
घायल
कर
दिया।
तीसरी
घटना,
समस्तीपुर
में
हुई
जहां
कल्याणपुर
सीट
से
यूक्रांद
पार्टी
के
प्रत्याशी
संजय
दास
पर
गोली
चलाई
गई
जिसमें
वे
जख्मी
हो
गए।
चौथी
घटना,
शिवहर
की
है
जहां
जदयू
विधायक
का
बेटा
जाप
प्रत्याशी
पर
हमले
के
आरोप
में
गिरफ्तार
हुआ।
अंतिम चुनाव का आखिरी दांव, नीतीश बाबू इतने मजबूर और हताश कभी ना थे