अटकाने, भटकाने, लटकाने वाली नहीं, अब काम करने वाली सरकार: मोदी
पटना। बिहार के मोतिहारी में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता नहीं है, वो यहां आकर देख सकते हैं कि कैसे 100 वर्ष पहले का इतिहास आज फिर साक्षात हमारे सामने खड़ा है। चंपारण की इस पवित्र भूमि पर जनआंदोलन की ऐसी ही तस्वीर सौ वर्ष पहले दुनिया ने देखी थी और आज एक बार फिर देख रही है। पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों ने हमेशा देश के लिए कुर्बानियां दी हैं और आज भी वो लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए लड़ रहे हैं। बिहार ने कभी सत्याग्रह देखा, आज स्वच्छाग्रह भी देख रहा है। पीएम मोदी ने सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह अभियान के दौरान गांधी मैदा मोतिहारी से करीब 4 लाख स्वच्छाग्रहियों को संबोधित करते हुए ये बात कही।
बिहार के लोगों की अभिलाषा को प्रणाम करता हूं
मोदी ने यहां कहा, 'सौ वर्ष पूर्व चंपारण में देशभर से लोग आए थे, गांधी जी के नेतृत्व में गली-गली जाकर काम किया था। सौ वर्ष बाद आज उसी भावना पर चलते हुए, देश के अलग-अलग हिस्सों के आए लोगों ने, यहां के उत्साही नौजवानों, स्वच्छाग्रहियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। चलो चंपारण के नारे के साथ, हजारों स्वच्छाग्रही यहां जुटे हैं। आपके इस उत्साह, इस उमंग, इस ऊर्जा को, राष्ट्र निर्माण के प्रति आपकी आतुरता को, बिहार के लोगों की अभिलाषा को, मैं प्रणाम करता हूं, नमन करता हूं।'
बिहार ने तीन बार देश को संकट से बचाया है
नरेंद्र
मोदी
ने
कहा,
'पिछले
सौ
वर्ष
में
भारत
की
3
बड़ी
कसौटियों
के
समय
बिहार
ने
देश
को
रास्ता
दिखाया
है।
जब
देश
गुलामी
की
जंजीरों
में
जकड़ा
हुआ
था,
तो
बिहार
ने
गांधी
जी
को
महात्मा
बना
दिया,
बापू
बना
दिया।
स्वतंत्रता
के
बाद
जब
करोड़ों
किसानों
के
सामने
भूमिहीनता
का
संकट
आया,
तो
विनोबा
जी
ने
भूदान
आंदोलन
शुरू
किया।
तीसरी
बार,
जब
देश
के
लोकतंत्र
पर
संकट
आया,
तो
जयप्रकाश
जी
उठ
खड़े
हुए
और
लोकतंत्र
को
बचा
लिया।'
नरेंद्र
मोदी
ने
कहा
कि
मुझे
बहुत
गर्व
है
कि
सत्याग्रह
से
स्वच्छाग्रह
तक
की
इस
यात्रा
में
बिहार
के
लोगों
ने
एक
बार
फिर
अपनी
नेतृत्व
क्षमता
को
दिखाया
है।
मोदी
ने
कहा,
'नीतीश
जी
और
सुशील
जी
के
नेतृत्व
में
बिहार
ने
जो
कार्य
बीते
दिनों
करके
दिखाया
है,
उसने
सभी
का
हौसला
बढ़ा
दिया
है।
बिहार
एक
मात्र
ऐसा
राज्य
था,
जहां
स्वच्छता
का
दायरा
50
फीसदी
से
कम
था।
लेकिन
मुझे
बताया
गया
कि
एक
हफ्ते
के
स्वच्छाग्रह
अभियान
के
बाद
बिहार
ने
इस
बैरियर
को
तोड़
दिया।
पिछले
एक
हफ्ते
में
बिहार
में
8
लाख
50
हजार
से
ज्यादा
शौचालयों
का
निर्माण
किया
गया
है।
ये
गति
और
प्रगति
कम
नहीं
है।
मैं
बिहार
के
लोगों
को,
प्रत्येक
स्वच्छाग्रही
को
और
राज्य
सरकार
को
इसके
लिए
बहुत-बहुत
बधाई
देता
हूं।'
बिहार को कई सौगात
मोदी ने कहा, 'आज जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें मोतिहारी झील के जीर्णोधार का प्रोजेक्ट भी शामिल है। हमारा मोतिहारी शहर, जिस झील के नाम पर जाना जाता है, जो चंपारण के इतिहास का हिस्सा है, उसके पुनरुद्धार का कार्य आज से शुरु हो रहा है। स्वच्छता का संबंध पानी से भी है। बेतिया को पीने के साफ पानी के लिए जूझना ना पड़े, इसके लिए अमृत योजना के तहत तकरीबन 100 करोड़ रुपए की लागत से वॉटर सप्लाई योजना का शिलान्यास किया है। इसका सीधा लाभ डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा।'
पीएम
ने
कहा
कि
घर
या
फैक्ट्री
के
गंदे
पानी
को
गंगा
में
जाने
से
रोकने
के
लिए
बिहार
में
अब
तक
3
हजार
करोड़
से
ज्यादा
के
11
प्रोजेक्ट
की
मंजूरी
दी
जा
चुकी
है।
इस
राशि
से
1100
किलोमीटर
से
लंबी
सीवेज
लाइन
बिछाने
की
योजना
है।
गंगा
तट
के
किनारे
बने
गांवों
को
प्राथमिकता
के
आधार
पर
खुले
में
शौच
से
मुक्त
बनाया
जा
रहा
है।
गंगा
किनारे
बसे
गांवों
में
कचरे
के
प्रबंधन
की
योजनाएं
लागू
की
जा
रही
हैं
ताकि
गांव
का
कचरा
नदी
में
ना
बहाया
जाए।
जल्द
ही
गंगा
तट
पूरी
तरह
खुले
में
शौच
से
मुक्त
हो
जाएगा।
मोदी
ने
कहा
'आज
लगभग
900
करोड़
रुपए
के
नेशनल
हाईवे
प्रोजेक्ट
का
शिलान्यास
किया
गया
है।
औरंगाबाद
से
चोरदहा
का
जो
सेक्शन
अभी
4
लेन
का
है,
उसे
6
लेन
बनाने
का
काम
आज
से
शुरू
हो
रहा
है।
ये
प्रोजेक्ट
बिहार
और
झारखंड,
दोनों
राज्यों
के
लोगों
को
फायदा
पहुंचा
पहुंचाएगा।
चंपारण
सत्याग्रह
के
सौ
वर्ष
के
अवसर
पर
मुझे
एक
नई
ट्रेन
का
शुभारंभ
करने
का
भी
अवसर
मिला
है।
ये
ट्रेन
कटिहार
से
पुरानी
दिल्ली
तक
चला
करेगी।
इसका
नाम
विशेष
रूप
से
चंपारण
हमसफर
एक्सप्रेस
रखा
है।
आधुनिक
सुविधाओं
से
लैस
ये
ट्रेन,
दिल्ली
आने-जाने
में
आपके
लिए
बहुत
मददगार
साबित
होगी।
बिहार में भी शौचालयों को ‘इज्जत घर’ कहा जा रहा: मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ये लोगों की इच्छाशक्ति ही है कि 4 अप्रैल, यानि पिछले एक हफ्ते में जिस दौरान सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह सप्ताह मनाया गया है, बिहार, यूपी, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर में लगभग 26 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया है।स्वच्छ भारत अभियान ने देश की करोड़ों-करोड़ महिलाओं की जिंदगी जिस तरह बदली है, उससे आप भली-भांति परिचित हैं। एक शौचालय के निर्माण से महिला को सम्मान, सुरक्षा और स्वास्थ्य, तीनों मिल रहा है। मुझे बताया गया है कि अब तो बिहार में भी शौचालयों को ‘इज्जत घर' कहकर बुलाया जाने लगा।
पीएम ने कहा कि गांधी जी ने यहां चंपारण में किसान, श्रमिक, शिक्षक, वकील, डॉक्टर-इंजीनियर सभी को एक ही पंक्ति में ला खड़ा किया था। स्वच्छाग्रही के नाते हमारा रोल भी वैसा ही होना चाहिए। स्वच्छता का ये संदेश समाज के हर व्यक्ति, हर तबके तक पहुंचे, ऐसी हमारी कोशिशें होनी चाहिए।
नरेंद्र मोदी ने पूर्वी चंपारण बिहार से मधेपुरा लोकोमोटिव फैक्ट्री के प्रथम चरण का लोकार्पण, चंपारण हमसफर एक्सप्रेस, मुजफ्फरपुर-सगौली-वाल्मीकिनगर रेलवे लाइन के दोहरीकरण का शिलान्यास व 12,000HP के फ्रेट इलेक्ट्रिक लोको का शुभारंभ किया है।
जानिए क्या है 'सत्याग्रह' शताब्दी समारोह का बिहार के 'चंपारण' से रिश्ता?