बिहारः जेल में पानी और कमोड नहीं होने पर भूख हड़ताल पर बैठ गए जाप प्रमुख पप्पू यादव
पटना, मई 12| जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में सुपौल जेल भेज दिया गया है। दरअसल, 32 साल पुराने एक किडनैपिंग के मामले में पप्पू यादव को पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया था और देर रात भारी विरोध के बीच उन्हें मधेपुरा सिविल कोर्ट ले जाया गया। जहां रात को करीब 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू की कोर्ट में पेशी हुई। जिसके बाद कोर्ट ने पप्पू यादव को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में सुपौल जेल भेज दिया गया।
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वहीं पप्पू यादव ने जेल में हड़ताल शुरू कर दी है। ट्विटर के जरिये ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं। न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है। कोरोना मरीज की सेवा करना,उनकी जान बचाना, दवा माफिया,हॉस्पिटल माफिया,ऑक्सीजन माफिया,एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी है!
पप्पू
यादव
ने
कोर्ट
के
सामने
दिया
था
बीमारी
का
हवाला
मधेपुरा
कोर्ट
वीडियो
कॉन्फ्रेंसिंग
के
माध्यम
से
पप्पू
की
पेशी
हुई।
पेशी
के
दौरान
पप्पू
यादव
ने
अपनी
बीमारी
का
भी
हवाला
दिया।
न्यायिक
दंडाधिकारी
सुरभि
श्रीवास्तव
ने
वीडियो
कांफ्रेंसिंग
के
जरिये
पूर्व
सांसद
को
14
दिन
की
न्यायिक
हिरासत
में
बीरपुर
(सुपौल)
जेल
भेज
दिया
और
बेहतर
इलाज
की
व्यवस्था
का
भी
आदेश
दिया।
जिसके
बाद
पुलिस
रात
करीब
12
बजे
पप्पू
यादव
को
बीरपुर
जेल
लेकर
चली
गई।
पप्पू यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया सुपौल जेल, 32 साल पुराना है केस
समर्थकों
ने
किया
था
पुलिस
टीम
पर
हमला
जानकारी
के
मुताबिक,
राजेश
रंजन
उर्फ
पप्पू
यादव
की
गिरफ्तारी
के
विरोध
में
उनके
समर्थकों
ने
नेशनल
हाईवे
पर
पुलिस
टीम
पर
हमला
कर
दिया
था।
साथ
ही
हाजीपुर
में
हाईवे
पर
बैरिकेटिंग
लगा
कर
काफिले
को
रोकने
की
कोशिश
की।
इस
दौरान
कई
समर्थक
गाड़ियों
के
आगे
लेट
गए,
तो
कई
ऊपर
चढ़
गए।
कड़ी
मशक्कत
के
बाद
पुलिसकर्मियों
ने
समर्थकों
को
काबू
में
किया
और
टीम
की
गाड़ियों
को
वहां
से
निकलवाया।
हालांकि
पुलिस
को
इस
तरह
की
घटना
का
अंदाजा
पहले
से
ही
था,
जिस
वजह
से
सुरक्षा
के
कड़े
इंतजाम
किए
गए
हैं।