बिहार: पटना के खेमनीचक में वर्षों से हो रहा था जिस्मफरोशी का धंधा, छापेमारी में हुए हैरतअंगेज खुलासे
स्थानीय लोगों की मानें तो कई वर्षों से खेमनीचक सुभाष नगर के रोड नंबर 3 के मकान में सेक्स रैकेट का धंधा चल रहा था। स्थानीय लोगों पुलिस के वरीष्ठ अधिकारियों को सेक्स रैकेट की सूचना दी थी।
पटना, 6 सितंबर 2022। बिहार में जिस्मफरोशी के कई मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में कॉलगर्ल सप्लायर के पास मधेपुरा एसपी का मोबाइल मिला था जिसके बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया था। वहीं ताजा मामला बिहार की राजधानी पटना है का जहां सोमवार की देर रात सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने खेमनीचक के एक मकान में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान वहां चार लड़के और 5 लड़कियां आपत्तिजनक स्थिति में मिले। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया। मकान से कई कई आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ।
खेमनीचक में सेक्स रैकेट का खुलासा
स्थानीय लोगों की मानें तो कई वर्षों से खेमनीचक सुभाष नगर के रोड नंबर 3 के मकान में सेक्स रैकेट का धंधा चल रहा था। स्थानीय लोगों पुलिस के वरीष्ठ अधिकारियों को सेक्स रैकेट की सूचना दी थी। जिसके कई थानों की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर छापेमारी की। पुलिस ने पहले घर की रेकी की और फिर देर रात छापेमारी की। पुलिस ने कुल 9 लोगों को हिरासत में लिया है जिसमें 16 से 20 साल की 5 लड़कियां हैं और 25 से 30 साल के क़रीब लड़को की उम्र होगी।
दो फ्लोर पर होता था जिस्मफरोशी का धंधा
स्थानीय लोगों ने बाताय कि खेमनीचक के 4 फ्लोर वाले इस मकान में 2 फ्लोर जिस्मफरोशी का धंधा होता था। बचे हुए दो फ्लोर पर मालिक मकान खुद रहते थे। पुलिस की छापेमारी की खबर के बाद से मकान मालिक फरार है। जिस्मफरोशी का एख मामला मधेपुरा से सामने आया था जिसमें पुलिस अधिकारियों की संलिप्तता का भी खुलासा हुआ था। जहां कॉलगर्ल सप्लाई करने वाली महिला के पास पुलिस अधीक्षक (मधेपुरा) का मोबाइल फोन बरामद हुआ है। वहीं पुलिस की पूछताछ में महिला ने सनसनीखेज़ खुलासे किए हैं जिससे पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
कॉल गर्ल ने की मोबाइल की चोरी
महिला को सहरसा से पकड़ा गया और वहीं डीआईजी दफ्तर में उससे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान कॉल गर्ल सप्लाई करने वाली महिला ने कहा कि मधेपुरा में कई पुलिस अधिकारियों को वह लड़कियां सप्लाई करती थी। महिला के पूछताछ का वीडियो भी सामने आया है। जिसमे उसने दावा किया है कि डीएसपी मुख्यालय के आवास (मधेपुरा सदर अस्पताल के सामने) पर उसने एक लड़की भेजी थी। वहां लड़की को रुपये कम मिले जिस वजह से ही लड़की ने मधेपुरा एसपी का मोबाइल चुराया और मुझे दिया।
छुट्टी पर जाने के बाद हुई चोरी
मिली जानकारी के मुताबिक 25 से 31 अगस्त राजेश कुमार (एसपी, मधेपुरा) छुट्टी पर गए थे। एसपी राजेश कुमार के छुट्टी पर जाने के अमरकांत चौबे (डीएसपी, मुख्यालय) को एसपी का चार्ज सौंपा गया था। इसी दौरान अधिकारी द्वारा कॉलगर्ल को अपने आवास पर बुलाया गया था। कॉलगर्ल को जब रुपए नहीं मिले तो उसने तकिए के नीचे रखे मोबाइल को ही चुरा कर वहां से चली आई।
महिला से पूछताछ करने पर हुआ खुलासा
कॉलगर्ल एसपी का मोबाइल चुरा कर चली गई। शिवदीप लांडे (डीआईजी) नेइस दौरान एसपी के नंबर पर कॉल किया तो नंबर स्विच ऑफ बता रहा था। डीआईजी ने मोबाइल को सर्विलांस पर लिया तो लोकेशन सहरसा दिखा। मधेपुरा एसपी के नंबर को लोकेशन सहरसा दिखने पर डीआईजी भी हैरान रह गए। वहीं फिर कार्रवाई की गई तो सहरसा से मोबाइल बरामद हुआ और पूछताछ के लिए महिला को लाया गया।
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