बिहार चुनाव: मुखिया नंबर एक के साथ माफिया की पत्नी को भी RJD उतारेगा चुनावी मैदान में
राजद की चुनावी राजनीति में दो विरोधाभाषी रंग देखने को मिले। एक तरफ उसने देश भर में चर्चित और चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड जीतने वाली मुखिया रितु जायसवाल को चुनावी मैदान में उतारा है तो दूसरी तरफ उसने पूर्व बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को भी टिकट देने का फैसला किया है। चर्चा है कि हिना शहाब को रघुनाथपुर सीट से राजद का उम्मीदवार बनाया जाने वाला है। रितु पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रही हैं जब कि हिना शहाब तीन बार लोकसभा चुनाव लड़कर हार चुकी हैं। ये दोनों महिला उम्मीदवार राजनीति की दो विपरित धाराएं हैं।
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कौन हैं रितु जायसवाल?
43 साल की रितु जायसवाल सीतामढ़ी जिले की राज सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया हैं। 2016 में जब वे मुखिया पद के लिए निर्वाचित हुईं थी तब उनकी उम्र केवल 39 साल थी। उनके पति अरुण कुमार एलायड सर्विसेज 1995 बैच के अधिकारी थे। अरुण कुमार सेंट्रल विजिलेंस कमिशन के डायरेक्टर भी रहे थे। रितु खुद इकॉनोमिक्स में ग्रेजुएट थीं। चाहती तो एक अधिकारी की पत्नी बन कर आराम की जिंदगी बसर कर सकती थीं। लेकिन उन्होंने एशो-आऱाम की जिंदगी छोड़ कर एक सुदूर गांव में मुखिया बनना मंजूर किया। जब वे मुखिया का चुनाव लड़ने के लिए गांव आयी थीं तो लोग उनको हैरानी से देखते थे। आम तौर पर गांव में लोग मुखिया के बारे में अच्छी धारणा नहीं रखते। लेकिन जब एक पढ़ी लिखी सांभ्रांत महिला चुनाव मैदान में उतरी तो लोगों ने दिल खोल कर समर्थन दिया। वे करीब अठारह सौ वोटों के बड़े अंतर से चुनाव जीतने में सफल रहीं।
राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली मुखिया
मुखिया बनने के बाद रितु ने राज सिंहवाहिनी पंचायत की कायपलट कर दी। विकास योजनाओं में लूट-खसोट बंद हो गयी। पूरा का पूरा फंड ईमानदारी से खर्च होने लगा। गांव में नली-गली बनाने निकलीं तो अतिक्रमण करने वाले लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। सबको समझाना बहुत मुश्किल था। लेकिन रितु ने यह कमाल भी कर दिया। इसका नतीजा ये हुआ कि राज सिंहवाहिनी पंचायत में गांव की सड़कें भी 16 फीट चौड़ी हो गयीं। रितु की ईमानदारी से ठेका में कमीशन खाने वाले के बैचेन हो गये। एक दबंग ने तो दरवाजे पर चढ़ कर गोली मारने की धमकी दी। लेकिन महिला हो कर भी रितु डरी नहीं। उन्होंने पुलिस के पास नमाजद शिकायत की। उसकी गिरफ्तारी के बाद गुंडे-बदमाश भी डर गये। इसके बाद रितु ने मुखिया हो कर इतने काम किये कि विधायक और सांसद भी फीके पड़ गये। 2018 में उन्हें चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड से नवाजा गया। दिल्ली में उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किय़ा। फिर उन्हें 2019 में फ्लेम लिडरशिप अवार्ड मिला। उनका सम्मान देश में तब और बढ़ गया जब उन्हें आइआइटी मुम्बई ने व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया। रितु की सामाजिक कार्यों में रुचि देख कर उनके अधिकारी पति अरुण कुमार ने सरकारी सेवा से वीआरएस ले लिया और उनकी मदद करने लगे।
रितु को परिहार से टिकट
रितु जायसवाल को राजद ने सीतीमढ़ी जिले के परिहार विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है। रितु पहले जदयू में थीं। अक्टूबर 2019 में रितु जायसवाल अपने पति अरुण कुमार के साथ जदयू में शामिल हुई थीं। उसी समय से उनके चुनाव लड़ने की अटकलें लगायी जा रही थीं। लेकिन जिस दिन (25 सितम्बर 2020) बिहार विधानसभा चुनाव कराये जाने की घोषणा हुई उसके एक दिन बाद ही उन्होंने जदयू से इस्तीफा दे दिया। चर्चा के मुताबित तेजस्वी यादव ने उन्हें परिहार से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था जिसके लिए उनका जदयू से इस्तीफा देना लाजिमी हो गया था। अभी परिहार सीट पर भाजपा की गायत्री देवी का कब्जा है। 2015 के चुनाव में उन्होंने राजद के रामचंद्र को हराया था। लेकिन रितु जैसी चर्चित उम्मीदवार के सामने आ जाने से गायत्री देवी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं।
हिना शहाब को रघुनाथपुर से टिकट !
चर्चा है कि जेल में बंद राजद के पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब रघुनाथपुर से चुनाव लड़ सकती है। राजद ने उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। हिना शहाब 2009, 2014 और 2019 में राजद के टिकट पर सीवान से लोकसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं। 2009 में उन्हें निर्दलीय ओमप्रकाश यादव ने हरा दिया था। 2014 में ओमप्रकाश यादव ने भाजपा के उम्मीदवार के रूप में हिना शहाब को हराया था। 2019 में जदयू की कविता सिंह ने उन्हें हराया था। यानी हिना शहाब सीवान से लगातार तीन चुनाव हार चुकी है। शहाबुद्दीन के सजायाफ्ता होने के कारण अब उनके चुनाव लड़ने पर रोक है। इसलिए हिना शहाब को ही उनकी राजनीतिक विरासत संभालनी पड़ रही है। अगर हिना शहाब को रघुनाथपुर से टिकट मिलता है तो वहां से राजद के मौजूदा विधायक हरिशंकर यादव का पत्ता साफ हो जाएगा। कुछ दिनों पहले तक शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा के भी रघुनाथपुर से चुनाव लड़नी की चर्चा थी।