ओडिशा सरकार ने दी एसटीएफ में समर्पित एंटी-ड्रग ट्रैफिकिंग यूनिट स्थापित करने की मंजूरी
ओडिशा सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी को लक्षित करने के लिए एसटीएफ के भीतर एक समर्पित इकाई स्थापित करने की मंजूरी दी है।
भुवनेश्वर, 8 जून। ओडिशा सरकार ने ओडिशा पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) में एसपी और तीन डीएसपी के एक पद सहित 27 नए पदों को मंजूरी दी है और केवल मादक पदार्थों की तस्करी को लक्षित करने के लिए एसटीएफ के भीतर एक समर्पित इकाई स्थापित करने की मंजूरी दी है, डीजीपी अभय ने मंगलवार को सूचित किया। ओडिशा सरकार ने मंगलवार को मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के अंतर्गत एक समर्पित इकाई स्थापित करने की मंजूरी दी। डीजीपी अभय ने इस बात की जानकारी दी।
मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए डीजीपी अभय ने कहा ओडिशा पुलिस ने हाल ही के दिनों में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए विशेष रूप से कार्रवाई की है और इस लड़ाई में एसटीएफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि ओडिशा सरकार ने एसटीएफ को मजबूत करने के हमारे प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
यह भी पढ़ें: फाइजर, मॉडर्न वैक्सीन कोरोना के जोखिम को 91 प्रतिशत तक कम करने में सक्षम- यूएस सीडीसी
अब एसटीएफ की दो इकाइयां होंगी, जिनका नेतृत्व दो अलग-अलग एसपी द्वारा किया जाएगा। इन दो इकाइयों में एक नारकोटिक्स यूनिट में होगी और दूसरी संगठित अपराध इकाई में होगी। डीजीपी अभय ने कहा कि हम सरकार और जनता को भरोसा दिलाते हैं कि एसटीएफ अपराधियों की गर्दन तक पहुंचेगी और नशीले पदार्थों की तस्करी और संगठित अपराध का मुकाबला करने में ऩई ऊंचाइयों को छूएगी।
उन्होंने
मुख्यमंत्री
नवीन
पटनायक
का
धन्यवाद
देते
हुए
कहा
कि
मुख्यमंत्री
के
निर्देश
पर
ही
ओडिशा
पुलिस
मादक
पदार्थों
की
तस्करी
के
खिलाफ
लड़ाई
को
सर्वोच्च
प्राथमिकता
दे
रही
है।
गौरतलब
है
कि
वर्ष
2020
से
मादक
पदार्थों
की
तस्करी
के
खिलाफ
एसटीएफ
की
कार्रवाई
के
परिणामस्वरूप
32
किलोग्राम
से
अधिक
ब्राउन
शुगर/हेरोइन
और
66
क्विंटल
से
अधिक
गांजा
और
100
से
अधिक
ड्रग
पेडलर्स
की
गिरफ्तारी
हुई
है।
3
जून
को
एसटीएफ
ने
जलेश्वर
से
लगभग
1
किलो
ब्राउन
शुगर
और
अन्य
आपत्तिजनक
सामग्री
जब्त
की
थी।
इस
दौरान
तीन
ड्रग
तस्करों
को
भी
गिरफ्तार
किया
गया
था।