ओडिशा में फेल 'टीका उत्सव', वैक्सीन की कमी के कारण 60 फीसदी सेंटर बंद
भुवनेश्वर, अप्रैल 12: पूरे देश में जहां एक तरफ कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे वैक्सीनेशन अभियान को 'टीका उत्सव' के रूप में मनाने की शुरुआत हुई, तो वहीं दूसरी तरफ ओडिशा में सबसे अलग नजारा देखने को मिला, यहां कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते वैक्सीन सेंटर ही बंद रहे। ओडिशा में कोविड टीकाकरण अभियान बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राज्य के कुल 1,472 केंद्र में से 879 सेंटर खुराक की कमी के कारण बंद हो गए है। रविवार को केवल 579 केंद्रों पर टीकाकरण किया गया था। दो लाख के लक्ष्य की जगह मात्र 81,169 खुराक ही लगाई जा सकी, जबकि भद्रक जिले में टीकाकरण अभियान पूरी तरह से बाधित रहा। इसके अलावा 12 जिलों में भी वैक्सीन कवरेज खराब रहा।
इसके अलावा जगतसिंहपुर में केवल एक साइट, जाजपुर और बौध जिलों में दो-दो, देवगढ़, गजपति, कंधमाल, केंद्रपारा, नयागढ़ और पुरी में तीन-तीन और धेनकनाल, कालाहांडी और रायगडा में चार-चार जगहों पर वैक्सीन लगाई जा रही थी। सोमवार को भी वैक्सीन की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि शनिवार को प्राप्त कोविशिल्ड की लगभग 2.5 लाख खुराक 10 जिलों में भेजी गई हैं, जो पहले सूखी थीं।
Recommended Video
हालांकि राज्य सरकार अगले 10 दिनों के लिए कम से कम 25 लाख खुराक की मांग कर रहा है, लेकिन रविवार को केवल 27,100 खुराक ही यहां पहुंची। राज्य में कोविशिल्ड की 1,59,439 और स्टॉक में कोवाक्सिन की 71,010 खुराकें हैं। निदेशक (परिवार कल्याण) डॉ. बिजय पाणिग्रही ने कहा कि स्टॉक के अनुसार टीकाकरण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। हम अब उन जिलों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिनमें कोरोना की वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि स्टॉक केवल एक दिन तक चलेगा। राज्य ने अब तक 43,78,201 खुराक में से 46,08,650 खुराक प्राप्त की है।
ओडिशा में भी वैक्सीन की कमी! मुख्यमंत्री ने केंद्र से मांगा 10 दिन का स्टॉक
इस बीच ग्रामीण विकास मंत्री सुसंता सिंह ने टीका आपूर्ति में भेदभाव के केंद्र पर आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों को ही प्राथमिकता दी जा रही है, क्योंकि प्रधानमंत्री ने राष्ट्र भर में चार दिवसीय टीका उत्सव मनाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ओडिशा के लिए कम से कम 10 दिनों का स्टॉक सुनिश्चित करने की बात कही थी।