umariya: धरने पर बैठे BJP विधायक दिव्यराज सिंह, अपनी जिद पर क्यों अड़े महाराज, जानें पूरा मामला?
उमरिया, 18 अगस्त। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मौजूद किले के ऊपर राम सीता लक्ष्मण मंदिर पर जहाँ प्रति वर्ष की भाँति कृष्ण जन्माष्टमी पर बांधवगढ़ के किले में ऐतिहासिक मेले का आयोजन किया जाता है, जिसका रास्ता बांधवगढ़ नेशनल पार्क से होकर जाता है। मगर इस साल बांधवगढ़ नेशनल पार्क ने इसकी अनुमति नहीं दी है। जिसके कारण रीवा रियासत के महाराज पुष्पराज सिंह और सिरमौर से बीजेपी विधायक युवराज दिव्यराज सिंह उमरिया जिले में धरने पर बैठ गए।
बता दें कि बीजेपी विधायक युवराज दिव्यराज सिंह ने पार्क प्रबंधन पर आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया और कहा कि जब तक प्रशासन आस्था से खिलवाड़ बंद नही करेगा तब तक हम सब धरने पर बैठे रहेंगे। क्योंकि यह परंपरा पुश्तैनी है इसके साथ कोई भी खिलवाड़ नहीं कर सकता है।
बताते चलें कि बाधवगढ़ किले में राम जानकी का मंदिर जहां स्थित है वही प्रत्येक साल जन्माष्टमी पर मेले का आयोजन होता है। इस मेले में मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलो के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ के श्रद्धालु भी कृष्ण के दर्शन के लिये आते है। बांधवगढ का किला लगभग दो हजार वर्ष पहले बनाया गया था, जिसका नाम शिव पुराण में भी मिलता है। इस किले को रीवा के राजा विक्रमादित्य सिंह ने बनवाया था। किले में जाने के लिये मात्र 1 ही रास्ता है। जो बांधवगढ नेशनल पार्क के घने जंगलो से होकर गुजरता है।
कलेक्टर ने की प्रबंधन से बात
युवराज दिव्यराज सिंह की मौजूदगी में ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन से इस संबंध में बातचीत की और ताजा जानकारी ली। कलेक्टर ने टाइगर रिजर्व प्रबंधन से पूछा की वर्तमान स्थिति क्या है, तो टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने यह कहकर फिर से मामले को टाल दिया कि हाथियों का खतरा अभी बना हुआ है। इसके बाद विधायक दिव्यराज सिंह ने कहा कि वे ताला से किले तक का रास्ता देखना चाहते हैं कि कहां-कहां पर हाथियों का खतरा है।
ताला पहुंचे कलेक्टर और दिव्या सिंह
उमरिया कलेक्ट्रेट में कलेक्टर से मिलने के बाद विधायक दिव्यराज सिंह ताला पहुंच गए। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव भी ताला में मौजूद थे और दिव्यराजसिंह उनसे यह निवेदन बार-बार कर रहे थे कि उन्हें किला और मंदिर तक का रास्ता दिखा दिया जाए। दिव्यराज सिंह ने यह साफ-साफ कह दिया था कि अगर उन्हें मार्ग में कहीं खतरा नजर आएगा तो वह अपनी जिद छोड़ देंगे और मेले को स्थगित करने के कारण को सही मान लेंगे, लेकिन जब तक उन्हें मंदिर और किले तक का मार्ग नहीं दिखाया जाता तब तक वे यही मानेंगे कि प्रबंधन ने मेले को समाप्त करने की साजिश रची है। हालांकि ताला पहुंचने के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जब टाइगर प्रबंधन रिजर्व से चर्चा की तो बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने किसी को भी किले और मंदिर तक जाने की इजाजत नहीं दी। परिणाम स्वरूप दिव्यराज सिंह का रास्ता देखने की जिद पूरी नहीं हो पाई।