Ratapani Wildlife Sanctuary: जहां शुरू हो रही है जंगल सफारी, 6 दिसंबर से टाइगर देखने का आनंद ले सकेंगे पर्यटक
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से कुछ ही दूरी पर स्थित रातापानी अभ्यारण अब देश का पहला अभ्यारण होगा। जिसमें 6 दिसंबर से पर्यटक जंगल सफारी का लुफ्त उठा सकेंगे। बता दे विंध्याचल पर्वत माला के बीचों-बीच मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित रातापानी अभ्यारण अब देशभर में जंगल सफारी के लिए जाना जाएगा। इससे यहां लोग वन और वन्य प्राणियों से रूबरू होंगे। वहीं पर्यटकों के आने से वन मंडल की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। आदिवासियों को भी रोजगार मिलेगा। जंगल सफारी का गार्डन 5 दिसंबर को होगा और 6 दिसंबर से दो अलग-अलग ट्रैक पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे।

जंगल सफारी का किराया
वन विभाग ने बताया कि रातापानी अभ्यारण में 4 घंटे की जंगल सफारी का किराया ₹3000 निर्धारित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जंगल सफारी दक्षिण अफ्रीका की तर्ज पर कराई जा रही है बैटरी चालित वाहनों से जंगल सफारी का आनंद लिया जा सकेगा पर्यटक यहां बाग के अलावा जैव विविधता की वजह से कई प्रजाति के पक्षी, जलीय जीव, कई शाकाहारी वन्य प्राणियों के साथ प्राकृतिक सौंदर्य को निहार सकेंगे। वही पर्यटक यहां भीमबेटका के सेल चित्रों के साथ दिला बाड़ी के घने जंगलों के बीच बने रात रानी कमलापति का महल भी देख सकेंगे।

आप ऐसे कर सकते हैं बुकिंग
जंगल सफारी करने के लिए पर्यटक झिरी और देलावाड़ी के तीनों गेटों के अलावा ऑनलाइन बुकिंग भी करा सकेंगे। इसके लिए पर्यटक को बहुत साडे ₹750 फीस, ₹480 गाइड फीस के साथ ₹3000 वाहन शुल्क के चुकाने होंगे। अभ्यारण प्रबंधन ने टूरिस्ट गाइड के रूप में वन विभाग समिति के लगभग दो दर्जन युवाओं को काम सिखाया है पर्यटक अपने वाहनों के अलावा सफारी वाहनों का उपयोग कर सकते हैं इसका शुल्क अलग से लगेगा।

40 और 20 किलोमीटर का ट्रैक बनाया
अभ्यारण प्रबंधन सभी रेंज में सफाई ट्रैक तैयार करवा रहा है अभी बन मंडल ने जरी से कर मई तक 40 किलोमीटर तथा जिला बाड़ी गेट से 20 किलोमीटर तक का ट्रैक बनाया है वही बफर जोन में 2 किलोमीटर पैदल ट्रैक का निर्माण भी किया है। यहां पर्यटकों की सुरक्षा के उचित प्रबंध किए गए हैं।

डीएफओ अब्दुल्लागंज विजय कुमार ने दी जानकारी
वन विभाग के अधिकारी डीएफओ अब्दुल्लागंज विजय कुमार ने बताया कि 6 दिसंबर से हम जंगल सफारी शुरू कर रहे हैं। यह देश का पहला अभ्यारण होगा या पर्यटकों के लिए जंगल सफारी की सुविधा होगी या की फीस राष्ट्रीय उद्यान जैसी होगी झिरी में पैदल और ट्रैकिंग करने वालों को भी एंट्री है। बैटरी चलित वाहनों से ही सफारी कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि 1 समिति और स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए जिप्सी की व्यवस्था की जा रही है। 6 वाहन झिरी गेट एवं दो देलवाड़ी गेट से प्राप्त किए जा सकते हैं। सुबह के समय की बुकिंग 8:30 और शाम की सफारी के लिए दोपहर 2:30 बजे तक की बुकिंग की जा सकती है।
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