साबिर को 'भोलेनाथ' की भक्ति पड़ी महंगी, गांव के लोगों ने बंद किया हुक्का-पानी
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में एक शख्स को सावन के महीने में कांवड़ लाना और भंडारे में बैठकर लोगों को खाना खिलाना महंगा पड़ गया। गांव के एक समुदाय लोगों ने उसका हुक्का पानी बंद कर दिया। इस बात से परेशान शख्स ने पुलिस को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल, थाना देवरनिया के गांव दोपहरिया में साबिर पुत्र अब्दुल करीम सावन महीने में हिन्दू संप्रदाय के लोगों के साथ हरिद्वार से कांवड़ लेकर आया था। साथ ही गांव के मंदिर में जलाभिषेक के साथ भंडारे में लोगों को खाना खिलाने के साथ पूरी शिद्दत से भागीदारी की थी। इसी बात से मुस्लिम पक्ष साबिर से नाराज हो गया और इस मुद्दे पर साबिर का हुक्का पानी बंद कर दिया।
साबिर ने बताया कि वह देवरनिया के दोपहरिया का रहने वाला है। उसने सावन माह में जलाभिषेक करने के साथ भंडारे में शिरकत की थी, ताकि गांव में आपसी भाईचारे को बल मिले और लोग एक दूसरे के त्योहार में सहयोग कर सके, लेकिन गांव के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उसका हुक्का पानी बंद करा दिया। साथ ही उसे भद्दी-भद्दी गालियां भी दीं। पीड़ित ने परेशान होकर थाना देवरनियां में शिकायत की है। पीड़ित अपनी शिकायत में गांव के एक समुदाय के लोगों को आरोपी बनाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
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