बागपत: पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री के हत्यारोपितों को शरण देने वाले दो लोग गिरफ्तार, स्कॉर्पियों कार बरामद
बागपत: पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री के हत्यारोपितों को शरण देने वाले दो लोग गिरफ्तार, स्कॉर्पियों कार बरामद
बागपत, 12 सितंबर: भाजपा नेता और पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री डॉ. आत्माराम तोमर हत्याकांड में शामिल लोगों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बागपत पुलिस ने रविवार (12 सितंबर) को हत्यारोपितों को शरण देने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में एक शामली के सौंटा गांव का रहने वाला सुभाष तो दूसरा चांदीनगर थाना क्षेत्र के सांकलपुट्ठी गांव का रहने वाला मनमोहन है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
बागपत एसपी की मानें तो पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री डॉ. आत्माराम तोमर केस में अभियुक्त प्रवीण और बलराम को आश्रय देने वाले सुभाष व मनमोहन गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से भाजपा नेता की चोरी की गई स्कॉर्पियो कार भी बरामद कर ली गई है। वहीं, अभियुक्त प्रवीण और बलराम के बारे में जो सूचना देगा उसका नाम गुप्त रखा जाएगा व पुरस्कृत किया जाएगा। बता दें कि पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों पर 25-25 हजार के इनाम भी घोषित कर दिया है।
बागपत पुलिस द्वारा डॉ0आत्माराम तोमर केस में अभि0 प्रवीण और बलराम को आश्रय देने वाले सुभाष व मनमोहन गिरफ्तार, स्कॉर्पियो कार बरामद, अभि0 प्रवीण और बलराम के बारे में जो सूचना देगा उसका नाम गुप्त रखा जाएगा व पुरस्कृत किया जाएगा इस संबंध में एसपी सर की बाइट।@Uppolice @adgzonemeerut pic.twitter.com/dypemjnoyM
— Baghpat Police (@baghpatpolice) September 12, 2021
क्या
है
मामला
यह
वारदात
बागपत
जिले
के
बड़ौत
थाना
क्षेत्र
के
बिजरौल
रोड
की
है।
बता
दें,
गुरुवार
(09
सितंबर)
की
रात
भाजपा
नेता
व
पूर्व
दर्जा
प्राप्त
मंत्री
डॉ.
आत्माराम
तोमर
का
शव
उनके
घर
पर
पड़ा
मिला
था।
शव
मिलने
की
सूचना
पर
एसपी,
एएसपी
सहित
पुलिस
के
आला
अधिकारी
व
डॉग
स्क्वायड
की
टीम
मौके
पर
पहुंची
और
जांच
में
जुट
गए।
प्रारंभिक
जांच
में
पुलिस
को
पता
चला
है
कि
बाइक
सवार
दो
बदमाशों
ने
हत्या
की
वारदात
को
अंजाम
दिया
है।
सीसीटीवी
फुटेज
आई
थी
सामने
घटना
की
सीसीटीवी
फुटेज
भी
सामने
आई
थी,
यह
फुटेज
45
मिनट
की
बताई
जा
रही
है।
बता
दें,
फुटेज
में
स्कॉर्पियो
लूटकर
ले
जाते
हुए
बदमाश
दिख
रहे
हैं।
पुलिस
ने
जानकारी
देते
हुए
बताया
कि
आत्माराम
तोमर
का
ड्राइवर
विजय
शुक्रवार
(10
सितंबर)
की
सुबह
जब
उनके
आवास
पहुंचा
तो
दरवाजा
बंद
था।
इसके
बाद
दरवाजा
तोड़कर
देखा
गया
तो
आत्माराम
तोमर
की
बिस्तर
पर
लाश
पड़ी
हुई
थी।
उनके
चेहरे
पर
तौलिया
पड़ा
हुआ
था
व
उनकी
स्कॉर्पियों
गाड़ी
गायब
थी।