राजगढ़ में 300 साल पुराना मंदिर तोड़ने के मामले ने पकड़ा तूल, जानिए निलंबित SDM व चेयरमैन ने क्या कहा?
राजगढ़ में 300 साल पुराना मंदिर तोड़ने के मामले ने पकड़ा तूल, जानिए निलंबित SDM व चेयरमैन ने क्या कहा?
अलवर, 26 अप्रैल। राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ में तीन सौ साल पुराने मंदिर समेत हिंदुओं के तीन मंदिरों पर बुलडोजर चलने के मामले में सियासत और अफसरों पर गाज गिरनी तेज हो गई है। भाजपा इस मामले में कांग्रेस की अशोक गहलोत पर हमलावर है। वहीं, राजस्थान सरकार ने एसडीएम केशव कुमार मीणा और राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष सतीश दुहरिया को सस्पेंड कर दिया है।
ये निलंबन ग़लत है-अध्यक्ष
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार इस संबंध में राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड अध्यक्ष सतीश दुहरिया का कहना है कि राजस्थान सरकार द्वारा किया गया ये निलंबन ग़लत है। चेयरमैन और बोर्ड की इसमें कोई भी भागीदारी नहीं है। बोर्ड ने अपने प्रस्ताव में कभी किसी मंदिर को तोड़ने का उल्लेख नहीं किया। मैं उच्च न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाऊंगा।
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हम राज्य सरकार के नुमाइंदे हैं - SDM
उधर, एसडीएम केशव कुमार मीणा कहते हैं कि हम राज्य सरकार के नुमाइंदे हैं और सरकार के आदेशों से ही कार्य होते हैं। अब मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता हूं। सरकार के जो आदेश होंगे उसका पालन किया जाएगा। मामले में जांच अधिकारी नियुक्त किए गए हैं और जांच चल रही है।
राजस्थान सरकार ने अलवर में मंदिर तोड़े जाने पर राजगढ़ अनुमंडल दंडाधिकारी (SDM) केशव कुमार मीणा, राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दुहरिया और नगर पंचायत के कार्यकारी अधिकारी बनवारी लाल मीणा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 26, 2022
300 साल पुराना मंदिर तोड़ने की पूरी कहानी
बता दें कि पिछली वसुंधरा राजे सिंधिया सरकार के कार्यकाल में अलवर जिले के राजगढ़ में मास्टर प्लान के तहत विकास के लिए गौरवपथ बनाने का काम शुरू हुआ था, मगर अतिक्रमण की वजह से इस कार्य को बीच में बंद करना पड़ा था। काम पूरा करने के लिए सड़क को चौड़ा करना था।
राजस्थान
के
अलवर
में
300
साल
पुराने
शिवमंदिर
पर
चला
बुलडोजर,
MLA-SDM
पर
आरोप
राजगढ़ नगरपालिका में भाजपा का बोर्ड
वर्तमान में अलवर के राजगढ़ नगरपालिका में भाजपा का बोर्ड है, जिसमें 34 सदस्य भाजपा और 1 सदस्य कांग्रेस का है। नगरपालिका की बैठक में सर्वसम्मति से अवैध अतिक्रमण को हटाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। जिसके बाद मास्टर प्लान के तहत 35 जगहों से अतिक्रमण हटाए गए।
इनमें मकान, दुकान और मंदिर भी शामिल थे
इनमें मकान, दुकान और मंदिर भी शामिल थे। एक शिव मंदिर तीन सौ साल पुराना था। राजगढ़ में अवैध अतिक्रमण हटवाए जाने से संबंधित प्रस्ताव नगरपालिका की साधारण सभा में पास किया गया था। चेयरमैन सतीश दुहारिया एवं अन्य की ओर से नगरपालिका बोर्ड की मीटिंग में पिछले साल ये फैसला लिया गया था।
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