प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड को सब क्यों कहते हैं 'जावेद पंप'?, जानिए कैसे पड़ा नाम
प्रयागराज, 13 जून: प्रयागराज में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के 'मास्टरमाइंड' मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के दो मंजिला मकान को जमींदोज कर दिया गया है। इसके बाद से जावेद का नाम चर्चा में है। लोगों के मन में ये भी सवाल उठ रहा है कि आखिर जावेद के नाम के आगे पंप क्यों जोड़ा गया? 'आजतक' की खबर के मुताबिक, मोहम्मद जावेद कभी टुल्लू पंप रिपेयरिंग का काम करता था। इसी के चलते धीरे-धीरे जावेद के नाम के पीछे टुल्लू पंप जुड़ गया और वह इसी नाम से फेमस हो गया। लोग उसे जावेद पंप के नाम से ही पुकारने लगे।
Recommended Video
प्रयागराज हिंसा का मास्टरमाइंड है जावेद पंप
प्रयागराज पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप 10 जून को हुई हिंसा का मुख्य आरोपी है। जिला प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में बीते रविवार को 3 जेसीबी की मदद से उसके दो मंजिला बंगले को ध्वस्त कर दिया गया। जावेद के इस बंगले की कीमत 5 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही थी। पुलिस के मुताबिक, बुलडोजर कार्रवाई से पहले मकान की तलाशी ली गई, जिसमें 2 अवैध हथियार, कई कारतूस, 1 बड़ा बांका (चाकू) और एक आपत्तिजनक कागजात मिले हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अलग से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बेटी ने कहा - पिता नहीं, मां के नाम पर था घर, नाना ने किया था गिफ्ट
इससे पहले जावेद पंप की बेटी सुमैया ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि जो बंगला प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने जमींदोज किया, वो पिता मोहम्मद जावेद के नाम नहीं था, बल्कि मां के नाम पर था। सुमैया ने बताया कि घर को मां के पिता ने गिफ्ट किया था। सरकारी दस्तावेजों में वह मां के नाम से है। उन्होंने कहा कि वह घर न तो उनके पिता की कमाई का था और न ही जमीन उन्होंने खरीदी थी।
JNU में पढ़ाई कर रही हैं जावेद की बड़ी बेटी आफरीन
जावेद अहमद की बड़ी बेटी आफरीन फातिमा हैं। वह दिल्ली में रहकर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पढ़ाई कर रही हैं। इसके साथ ही जेएनयू में स्टूडेंट यूनियन की काउंसलर भी हैं। बताया जा रहा है कि आफरीन ने सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। यही नहीं, शाहीनबाग में आंदोलन के दौरान भी आफरीन जेएनयू से लेकर इलाहाबाद तक सक्रिय रही थीं। इसके अलावा हिजाब बैन के दौरान भी आफरीन ने अपनी आवाज बुलंद की थी। आफरीन हिजाब बैन के दौरान साउथ इंडिया में कई शहरों का दौरा कर प्रदर्शन में शामिल हुई थीं।