हरियाणा में लोकसभा, विधानसभा चुनाव की सगर्मियां बढ़ीं
चंडीगढ़। 16वीं लोकसभा के चुनावों को महज 8 महीने का ही वक्त बचा है। इसी प्रकार राज्य विधानसभा के चुनाव भी ज्यादा दूर नहीं हैं, अगर वे समय से पहले न हुए। ऐसे में प्रदेश में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। लगभग सभी राजनीतिक दलों ने अपने कार्यक्रमों की घोषणाएं कर दी हैं जिससे लगता है कि आने वाला समय राजनीतिक रूप से काफी सरगर्म होगा।
प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल इनेलो ने बूथ स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं के लिए ट्रेनिंग शिविरों की घोषणा की है। इसी महीने 15 तारीख से कैंप शुरू होंगे जो 15 नवंबर तक चलेंगे। इनेलो सूत्रों के मुताबिक, पार्टी हरियाणा हीरो शहीदी दिवस पर 23 सितंबर को प्रदेश स्तरीय रैली करने जा रही है। इसी प्रकार 25 सितंबर को चौ. देवीलाल के जन्मदिन पर जिलास्तरीय बैठकों का आयोजन होगा। इनेलो 1 नवंबर को हरियाणा दिवस पर भी एक राज्यस्तरीय रैली करेगी जिसके लिए स्थान शीघ्र घोषित हो जाएगा। इसी तरह विपक्षी दल हरियाणा जनहित कांग्रेस भी 6 अक्टूबर से प्रदेश में विजय रथ यात्रा शुरू करने वाली है।
इस साल कुलदीप बिश्नोई पार्टी स्थापना दिवस के मौके पर अपने गृहजिला हिसार में रैली करने वाले हैं। भारतीय जनता पार्टी भी 15 सितंबर को एक बड़ी पूर्व सैनिक रैली रेवाड़ी में करने वाली है जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधित करेंगे। सिरसा जिला के गांव खारियां में कांग्रेस पार्टी द्वारा विकास के नाम पर एक रैली की जाएगी जिसे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी शकील अहमद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना व सिरसा के सांसद डॉ. अशोक तंवर संबोधित करेंगे।
इस रैली का आयोजन पूर्व मंत्री चौ. रणजीत सिंह करेंगे। चुनावी माहौल में रैलियों का दौर जहां पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भर रहा है वहीं लोगों को भी पार्टियों की पॉजिशन आंकने का मौका मिलेगा। अपने ही बने दुश्मन हरियाणा में कहावत है कि कांग्रेस को और कोई नहीं हराता बल्कि कांग्रेसी ही हराते हैं। यही साबित भी हो रहा है। चुनाव नजदीक आते ही पार्टी में हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया है।
बड़े नेता प्रदेश में अपने और अपने कार्यकर्ताओं के काम न होने का बहाना लेकर सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा, पूर्व मंत्री व सांसद वीरेंद्र सिंह, विधाये राजपाल भूखड़ी, नरेश सेलवाल सहित कई बड़े नेता अपनी ही पार्टी के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैंं। क्षेत्र की उपेक्षा का नाम लेकर विधायक बलबीर पाल शाह इस्तीफा भी दे चुके हैं। यह अलग बात है कि मान मनौव्वल के बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना का कई जगह विरोध हो रहा है। इनेलो के सीडी बम से हंगामा इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला द्वारा एक के बाद एक सीडी बम उछालने के बाद कांग्रेस सरकार बचाव की मुद्रा में आ गई है।
विपक्ष को सदन में बैठने तक नहीं दिया जा रहा और वे सदन के बाहर समानांतर हाउस चला रहे हैं। वहां भी पुलिस उन्हें टिकने नहीं दे रही। यह एक तरह से लोकतंत्र का मजाक ही उड़ रहा है। क्या एक रहेंगे हजकां-भाजपा प्रदेश में गठबंधन के तहत काम कर रहे हरियाणा जनहित कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी के नेता हर मंच से अपने गठबंधन को चट्टान की तरह मजबूत बता रहे हैं। वे जनसभाएं और अन्य कार्यक्रम भी एक होकर कर रहे हैं मगर प्रदेश में इन चर्चाओं पर विराम नहीं लग पा रहा कि ऐन वक्त पर भाजपा इनेलो के साथ चली जाएगी। अभी दो दिन पहले अभय चौटाला भी कह चुके हैं कि भाजपा भी साथ आ जाएगी। इससे पहले हजकां बसपा से भी समझौता कर चुकी है लेकिन वह ज्यादा समय नहीं चला था।