CBSE के कोर्स में हेल्थ एजूकेशन अनिवार्य
बैंगलोर। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अगले सत्र से स्वास्थ्य संबंधी एक नये विषय को पाठ्यक्रम से जोड़ सकता है। जिसे कक्षा 4 से 10 तक पढ़ाया जायेगा। स्वास्थ्य सेवा के जनरल डायरेक्टर जगदीश प्रसाद का कहना है कि हम इस संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद के अधिकारियों से बात कर रहे हैं।
उनका कहना है कि पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा डिजाइन किया जा रहा है जिसे अंतिम स्वरूप देने में मात्र चार से छह माह का ही वक्त लगेगा। हमारी कोशिश है कि हम विषय को सरलता से रखें और सीबीएसई बोर्ड में कोर्स के लांच होने के बाद हम राज्यों के अन्य बोर्डों से भी इसे लांच करने के बारे में बात करेंगे। उन्होने कहा है कि हमारा यह मॉंडल फिनलैंड के शैक्षिक मॉडल से प्रेरित है, जहां स्वास्थ्य शिक्षा को मुख्य शिक्षा के अन्तर्गत रखा जाता है। फिनलैंड को दुनिया का सबसे स्वास्थ्य समृद्ध देश माना जाता है।
मंत्रालय का मानना है कि यह जानना बच्चों के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहद आवश्यक है कि वह जो जंक फूड खाते हैं वह उनके स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक है। इसके अलावा मैदान में खेलने जाने की अपेक्षा अब बच्चे वीडियो गेम खेलना ज्यादा पसंद कर रहे हैं जिससे कि बच्चों का सही शारीरिक विकास नहीं हो पाता है। वहीं जंक फूड से बचपन में ही मोटापे के शिकार हो जाते है। कम उम्र में ही शारीरिक कमजोरी से वह आगे चलकर मधुमेह, उच्चरक्तचाप ओर ह्दयसम्बंधी रोगों का शिकार हो जाते हैं। अत: बच्चों में स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाना बेहद आवश्यक है।