द्रोपदी का चीरहरण हुआ था पर कलाम ने खुद ही करवाया वस्त्रहरण: ठाकरे
उल्लेखनीय है कि राजग के एक अन्य घटक दल जेडीयू ने रविवार को इस मुद्दे को लेकर कलाम को निशाना बनाया था। ठाकरे ने अपने पार्टी के मुखपत्र कहे जाने वाले सामना में यह दावा किया है कि, ‘‘यह कहने के बाद कि वह इतालवी सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाने को तैयार थे, वह मजाक का विषय बन गए हैं।'' ठाकरे ने कहा है कि इतने सालों बाद कलाम ने यह खुलासा कर आम लोगों के दिल से अपनी इज्जत खत्म कर ली है और अब जनता की नजर में वह पाखंडी बन गये हैं।
ठाकरे ने कहा कि ‘अभी तक, यही अनुमान लगाया जाता रहा है कि राष्ट्रपति के तौर पर कलाम ने सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया था। इस एकमात्र कार्रवाई से, देश उनका सम्मान करता आ रहा था और यह सम्मान उनके राष्ट्रपति नहीं रहने के बाद भी जारी था।' ठाकरे ने कहा है कि ‘कलाम दस साल पहले भी यह स्पष्टीकरण दे सकते थे लेकिन अपने स्वार्थी हितों के चलते वह चुप्पी साधे रहे।'
ठाकरे ने कहा कि पोखरण में उन्होंने जो परमाणु विस्फोट किया था उससे देश को लाभ नहीं हुआ लेकिन सोनिया गांधी के बारे में उनके ताजा विस्फोट ने विश्व स्तर पर भारत की छवि को खराब किया है। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने सामना में यह भी दावा किया है कि ‘राजग में लोग कलाम को एक बार फिर राष्ट्रपति बनाने के लिए झुके जा रहे थे। यदि वह राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बन जाते और उसके बाद यह खुलासा करते तो इससे राजग की बदनामी होती।' उन्होंने लिखा है, ‘अब हमें शंका होने लगी है कि क्या उन्होंने वास्तव में पोखरण में परमाणु विस्फोट किया था।' सामना में यह भी लिखा गया है कि द्रोपदी का तो कौरवों ने जबरन चीरहरण किया था मगर कलाम ने तो खुद ही अपना वस्त्रहरण करवाया है।