क्या अन्ना जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति लगवाना चाहते हैं?
यदि वह अपनी मूर्ति लगवाना भी चाहते हैं तो क्या वह स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपतराय की मूर्ति को हटाकर या उसको दूषित करके उसी स्थान पर अपनी मूर्ति लगवाना चाहते हैं। उनसे यह भी प्रश्न किया जाएगा कि गुडग़ांव में उनकी मूर्ति लगाने का प्रयास करने वाले संगठन ने क्या उनकी सहमति ली थी। यदि ऐसा नहीं है तो समाज सेवी अन्ना हजारे और उनकी टीम को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। इस बैठक में हरियाणा प्रदेश वैश्य महासम्मेलन के अध्यक्ष उमेश अग्रवाल भी मौजूद थे।
हम आपको बता दें कि हरियाणा बेरोजगार संघ के अध्यक्ष प्यारे लाल कटारिया ने 15 अप्रैल को सेक्टर 4/7 चौक पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की प्रतिमा लगाने की घोषणा की थी। अन्ना के निकट सहयोगी सुरेश पठारे, ने बताया कि अप्रैल में यह मामला मेरे संज्ञान में आया था तब अन्ना जी से बात कर मैंने बताया था कि प्रतिमा या फोटो लगाने की अनुमति न हमने किसी को दी है, न ही हम ऐसा भविष्य में भी चाहते हैं। लेकिन यह भी सही है कि कोई व्यक्ति अपनी इच्छानुसार अन्ना को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते हुए ऐसा कुछ करता है तो उसे अन्ना एवं उनकी टीम कैसे रोक सकती है? कुछ लोग प्रचार पाने के लिए ऐसे विवाद को तूल देते रहते हैं।