अजीज कुरैशी के बय़ान पर बवाल
गौरतलब है कि अजीज कुरैशी को उत्तराखंड का राज्यपाल नियुक्त किया है। कुरैशी मार्गेट अल्वा की विदाई का इंतजार कर रहे हैं और इसके बाद वे देहरादून में अपना पद संभालेंगे। अर्जुन सिंह की सरकार में मंत्री रहे कुरैशी ने रविवार को भोपाल में कहा कि मैं गांधी-नेहरू परिवार के प्रति हमेशा से वफादार रहा हूं और राज्यपाल के पद पर उनकी नियुक्ति वफादारी के इस इनाम को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि यह केवल सोनिया के आशीर्वाद की वजह से संभव हो सका कि मैं इस पद नियुक्त किया गया। कुरैशी ने बताया, मैं 1951 में कांग्रेस से जुड़ा और तब से मैं पार्टी के लिए हर स्तर पर काम किया। उन्होंने कहा, मैं उस पीढ़ी से आता हूं जो सोचता है कि राज्यपाल बनाया जाना एक अपमान है। लोग सोचते हैं कि उसे सक्रिय राजनीति से दूर कर दिया गया है। कुरैशी का मानना है कि राज्यपाल बनाया जाना एक सम्मान की बात है। इस बात को लेकर भाजपा गरम है। पार्टी के प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि यह सिर्फ सामंतीसोच का नतीजा है।
जब कोई भी व्यक्ति संवैधानिक पद पर आसीन हो जाता है तो उसे इस प्रकार की बातें नहीं कहना चाहिए। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि कुरैशी ने अभी शपथ नहीं लिया है लेकिन उसके बाद वह किसी पार्टी का व्यक्ति बन कर नहीं बल्कि संवैधानिक पद के मर्यादा के अनुकूल काम करेंगे।