रूसी हेलीकॉप्टर वायुसेना बेड़े में शामिल
गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर इसका आधिकारिक कार्यक्रम हुआ। इस ताकतवर हेलिकाप्टर को खरीदने की योजना गृह मंत्रालय ने पहले से ही बना रखी थी। भारतीय सेना अब अपने दुश्मों को धुल चटाने में सक्षम दिख रही है, इस अतिआधुनिक हेलीकॉप्टर का उपयोग नक्सल विरोधी अभियानों और आंतरिक सुरक्षा में भी किया जाएगा। एके एंटनी ने इस मैके पर सेना के वरिष्ठ अधिकारीयों से कहा कि नए हेलीकॉप्टर के वायुसेना में शामिल होने से ताकत में इजाफा जरूर होगा।
हेलीकाप्टर की पहली तीन इकाइयां भटिंडा, श्रीनगर और बागडोगरा में तैयार की जाएगीं। अधिकारियों ने बताया कि 20 से ज्यादा हेलीमॉप्टर पहुंच चुका है उन्हें उत्तरी सेक्टर में विभिन्न स्थलों पर तैनात किया जाएगा। भारतीय वायुसेना ने 2008 में 1.34 अरब डॉलर में ऐसे 80 हेलीकॉप्टरों को खरीदा था। इस नये हेलीकॉप्टर में प्रतिकूल मौसम और भौगोलिक परिस्थिति से निपटने में वायुसेना की शक्ति कई गुना बढ़ जाएगी।
इसको उन्नत बहु उपयोगी काकपिट एवं उन्नत टीवी 3-117 वीएम इंजन से अपग्रेड किया गया है। दो इंजनों से लैस एमआई-17 वी5 2200 हॉर्सपॉवर जनरेट करता है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता एसडी गोस्वामी ने मीडिया बातचीत में कहां कि एमआई-17 वी5 के शामिल होने पर भारतीय वायुसेना को एक विशेष मजबूती मिलेगी। यह हेलीकॉप्टर हर आपदा के लिए सक्षम है। अंधेरा हो या फिर किसी भी प्रकार की परेशानी, यह हेलीकॉप्टर सभी मुसीबतों में मददगार साबित हो सकता है।