आखिर पित्रोदा ने क्यों बताई अपनी जात?
हमेशा देश के विकास पर टिप्पणी करने वाले सैम पित्रोदा ने आज की प्रेस वार्ता में बार-बार अपनी जाति बता कर लोगों को चौंका दिया और बहस का मौका दे दिया।
केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और कांग्रेस की उत्तर प्रदेश ईकाई की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी के साथ मंच पर बैठे पित्रोदा ने खुद को बढ़ई का बेटा बताया और कहा कि मुझे इस पर गर्व है। मुझे इसमें कोई शर्म महसूस नहीं होती है। लेकिन सोचने वाली बात है कि पित्रोदा को आखिर कांग्रेसी मंच से बार-बार अपनी जाति बताने की क्या सूझी? क्या यह भी कांग्रेस की ओर से कोई आरक्षण वोट एकत्र करने की चाल है?
पित्रोदा के इस बयान और उनकी मंच पर मौजूदगी को कांग्रेस की आरक्षण की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में अति दलित, अति पिछड़े और अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने का वादा किया है। स्टार न्यूज पर समाजवादी पार्टी के नेता शाहिद सिद्दीकी ने पित्रोदा द्वारा अपनी जाति बताने की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि कल तक एकजुटता की बात करने वाली कांग्रेस आज वोट के लिए ओबीसी कार्ड खेल रही है। जो कि बेहद निंदनीय है।
गौरतलब है कि सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है। उड़ीसा में जन्मे पित्रोदा को भारत में कंप्यूटर क्रांतिका पितामह कहा जाता है। पित्रोदा के नाम करीब 70 पेटेंट हैं। पित्रोदा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बुलावे पर अमेरिका से भारत आए थे।