राहुल गांधी एक असफल नेता थे, हैं और रहेगें, वो क्या बनायेगें लोकपाल
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राहुल गांधी के बारे में राजनेताओं ने बहुत कुछ कह दिया है, कुछ का मानना है कि वो जब भी मुंह खोलते हैं तो ऐसा कुछ बोलते हैं जिससे एक नया विवाद उत्पन्न हो जाता है लेकिन य़े बातें वो लोग कह रहे हैं जो सत्ता में आने की इच्छा रखते है या यूपीए के विरोधी है लेकिन राहुल को लेकर बयान बाजी सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी काफी हो रही है।
आम लोग और पत्रकार बंधुओं ने भी राहुल की तीखी आलोचना की है। जाने माने पत्रकारों ने तो फेसबुक पर ये लिखा है कि राहुल गांधी अभी तक एक असफलत नेता थे और आगे भी रहेगें। अरे जो ठीक से बयान नहीं दे सकता है वो देश से भ्रष्टाचार क्या निकालेगा। पारिवारिक धरोहर के रूप में मिली राजनीति राहुल से संभल नहीं रही है तभी तो उन्हें समझ में नहीं आता कि कब और क्या कहना है?
गौरतलब है कि शुक्रवार को सदन मे दिन में 12 बजे कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा कि लोकपाल सीधे तौर पर संसद के प्रति जवाबदेह हो। लोकपाल को चुनाव आयोग जैसी अगल संस्था बना देनी चाहिए। और क्या अकेला लोकपाल भ्रष्टाचार को खत्म कर सकता है। संसद की अनदेखी लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।