गेहूं उत्पादकता में प्रथम रहा हरियाणा का सिरसा
सिरसा जिला में गेहूं का उत्पादन 14 लाख मीट्रिक टन से भी पार कर गया है। कृषि विभाग के अनुसार प्रति हैक्टेयर गेहूं उत्पादकता की दर 50.50 क्विंटल रही है जबकि प्रदेश में गेहूं उत्पादकता प्रति हैक्टेयर की दर 46.24 क्विंटल रही है। जिला में गत रबी की फसल में 2 लाख 90 हजार हैक्टेयर भूमि पर गेहूं फसल की बिजाई गई जिससे 14 लाख से भी अधिक मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ और 10 लाख 46 हजार 824 मीट्रिक टन गेहूं की आवक सिरसा जिला की विभिन्न मंडियों में हुई जिससे राज्य सरकार को सिरसा जिले से मार्किट फीस के रूप में 23 करोड़ 49 लाख 47 हजार रुपए की आय अर्जित हुई जो एक कीर्तिमान है। गत वर्ष गेहूं फसल की बिक्री से सिरसा जिले में 16 करोड़ 60 लाख रुपए की आय अर्जित की गई थी।
गेहूं आवक के मामले में सिरसा जिले का स्थान पूरे प्रदेश में प्रथम रहा है। विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा जिला की मंडियों से 10 लाख 46 हजार 824 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि गत रबी सीजन में हरियाणा में 116.30 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई जबकि पैदावार इससे कहीं अधिक हुई है। प्रदेश में 25 लाख 12 हजार हैक्टेयर भूमि में गेहूं की फसल की बिजाई की गई।
राज्य सरकार की किसान हितैषी नीति के चलते तथा कृषि विभाग के बेहतर कार्यक्रमों के कारण गेहूं उत्पादकता में रिकॉर्ड इजाफा हुआ है जिससे गेहूं उत्पादन में राज्य का नाम प्रथम स्थान पर आया है। इसी के परिणामस्वरूप हरियाणा को गेहूं उत्पादन के मामले में आगामी 16 जुलाई को राष्ट्रीय अवार्ड से नवाजा जाना है। गेहूं फसल के दौरान बिजली व सिंचाई की सुविधा भी किसानों को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाई गई। इसके साथ-साथ मौसम की अनुकूलता ने भी गेहूं उत्पादन में किसानों का साथ दिया जिससे न केवल सिरसा जिला में बल्कि पूरे प्रदेश में प्रति हैक्टेयर उत्पादकता दर में रिकॉर्ड इजाफा हुआ।