महंगे प्याज एवं सब्जी के कारण महंगाई दर बढ़ी (लीड-2)
खाद्य महंगाई दर में हुई इस वृद्धि से महंगाई कम करने के सरकार के प्रयासों को झटका लगा है। पिछले महीने महंगाई के मसले पर वरिष्ठ मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बैठक के बाद सरकार ने कीमतों पर नियंत्रण के लिए कई कदम उठाने की घोषणाएं की थीं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक प्राथमिक क्षेत्र की वस्तुओं की महंगाई दर 22 जनवरी को समाप्त सप्ताह में बढ़कर 18.44 प्रतिशत हो गई जो कि इससे पहले के सप्ताह में 17.21 प्रतिशत रही थी।
गैर खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर आलोच्य सप्ताह में 25.09 प्रतिशत हो गई जो कि इससे पहले के सप्ताह में 22.48 प्रतिशत थी। ईंधन की महंगाई दर इस अवधि में 16.4 फीसदी से घटकर 11.61 फीसदी के स्तर पर आ गई।
भारत में डिलॉयटी के प्रमुख अर्थशास्त्री शंतो घोष ने कहा कि आपूर्ति में बाधा और आपूर्ति-वितरण तंत्र में खामी के कारण कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं। सरकार और आरबीआई द्वारा उठाए गए कदमों का असर होने में थोड़ा वक्त लगेगा।
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बढ़ती महंगाई का चक्र अगले कुछ हफ्तों में उलट जाएगा।
महंगाई पर नियंत्रण के लिए हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट 6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट 5.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया था।
आरबीआई ने मार्च तक के लिए महंगाई दर का अनुमान 5.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया है।
बढ़ती महंगाई के कारण सरकार की चिंताएं आगामी 21 फरवरी से शुरू होने जा रहे बजट सत्र को लेकर भी बढ़ सकती हैं। इस सत्र में एक बार फिर विपक्ष महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेर सकता है।
विपक्ष भ्रष्टाचार और महंगाई के मुद्दों पर सरकार को लगातार निशाना बनाता रहा है।
दिसम्बर महीने में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर 8.43 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
इस सप्ताह खाद्य वस्तुओं के सूचकांकों में आने वाली वस्तुओं की कीमतों में हुए सलाना उतार-चढ़ाव इस प्रकार हैं:
प्याज : 130.41 फीसदी
सब्जियां : 77.05 फीसदी
फल : 15.47 फीसदी
आलू : 6.22 फीसदी
दूध : 11.41 फीसदी
अंडा, मांस, मछली : 15.05 फीसदी
अनाज : 1.23 फीसदी
चावल : 2.85 फीसदी
गेहूं : (-)4.34 फीसदी
दाल : (-)11.12 फीसदी
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।