बिहार में समानांतर ओपीडी चलाएंगे जूनियर डाक्टर
पटना। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डाक्टरों की हड़ताल बुधवार को तीसरे दिन भी जारी है जिससे राज्य में चिकित्सा सेवा की स्थिति बदतर होती जा रही है। हड़ताल के मामले पर राजनीतिक भी तेज हो गई है। इस बीच हड़ताली जूनियर डाक्टरों ने गुरुवार से समानानंतर ओपीडी चलाने का निर्णय लिया है।
जूनियर डाक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) के सचिव डॉ़ धीरज ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि पटना मेडिकल कॉलेज (पीएमसीएच) में बुधवार को जूनियर डाक्टरों की एक बैठक हुई जिसमें गुरुवार से पीएमसीएच में समानांतर ओपीडी चलाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को आर्थिक मदद दी जाएगी तथा जिन मरीजों को रक्त की जरूरत होगी उन्हें जूनियर डाक्टर अपना रक्तदान करेंगे।
डा़ धीरज ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली प्रवास से गुरुवार को लौटने के बाद हड़ताली जूनियर डाक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात करने का प्रयास करेगा और उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराएगा।
इसके पूर्व राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि आम आदमी अगर किसी मामले को लेकर उत्तेजित होता है तो समझा जा सकता है परंतु अगर एक विधायक ऐसा करता हो तो यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि आरोपी विधायक को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
राष्ट्रीय जनता दल के महासचिव एवं सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि इस मामले में जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जांच के पूर्व विधायक को गिरफ्तार नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायक की उस दौरान हत्या हो सकती थी। उन्होंने हड़ताली डाक्टरों से चिकित्सा मूल्यों को नहीं भूलने की अपील करते हुए उन्हें काम पर भी लौटने की अपील की।
सूत्रों के अनुसार पीएमसीएच में पिछले तीन दिनों के अंदर 29 लोगों की मौत हुई है। हालांकि इस मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इतना बड़ा अस्पताल है तो गंभीर मरीजों की मौत तो होती ही रहती है।
राज्य में जूनियर डाक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के बाद अस्पतालों में नए मरीजों का आना काफी कम हो गया है वहीं भर्ती मरीजों का भी पलायन हो रहा है।
उधर राजधानी के इंदिरा गांधी आयुर्वेदिक संस्थान (आईजीआईएमएस) के सीनियर रेजीडेंट डाक्टर भी जूनियर डाक्टर के समर्थन में बुधवार को एकदिवसीय हड़ताल पर चले गये हैं। डा़ धीरज ने कहा कि अगर जूनियर डाक्टरों की मांगें पूरी नहीं होती हैं तो ये डाक्टर नियमित हड़ताल पर भी जा सकते हैं।
पीएमसीएच प्रशासन की 25 चिकित्सकों की मांग पर सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 20 चिकित्सक पीएमसीएच भेजा है। पटना के सिविल सर्जन आऱ क़े चौधरी ने बुधवार को बताया कि जूनियर डाक्टरों के हड़ताल के कारण परेशानी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पीएमसीएच में 20 चिकित्सक भेजे गए हैं।
इस बीच राज्य के उप मुख्यमंत्री सुषील कुमार मोदी ने हड़ताल पर गये जूनियर डाक्टरों से काम पर लौट आने की अपील करते हुए कहा कि गया मेडिकल कॉलेज में गोलीबारी के आरोपी विधायक सुरेन्द्र प्रसाद यादव की गिरफ्तारी शीघ्र होगी। चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए सरकार वचनवद्घ है।
उल्लेखनीय है कि गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एएनएमसीएच) में रविवार की देर रात बेलागंज के विधायक सुरेन्द्र प्रसाद यादव के दो अंगरक्षकों द्वारा कथित तौर पर गोली चलाये जाने से तीन जूनियर डाक्टर घायल हो गए थे। तभी से राज्य के सभी छह मेडिकल कॉलेज के जूनियर डाक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। हालांकि पुलिस ने दोनों सुरक्षाकर्मियों को निलंबित करते हुए गिरतार कर लिया है तथा विधायक को भी गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।