फ्रांस में पुलिस, हड़तालकर्मियों में झड़प
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार सरकार द्वारा ग्रैंडपीट्स में तेल शोधक इकाई को और करीब 24 श्रमिकों को कब्जे में लिए जाने के बाद ये झड़पे शुरू हुई। सरकार के ऐसे आदेश का पालन न करने पर कर्मचारियों को जेल भेजा जा सकता है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी के पेंशन सुधार कार्यक्रम के विरोध में देश के सभी 12 तेल शोधक इकाइयों में 12 अक्टूबर से हड़ताल चल रही है। इसके चलते पेट्रोल की भारी कमी हो गई है।
एक
टेलीविजन
चैनल
पर
फ्रांस
के
पर्यावरण
मंत्री
ज्यां-लुई
बोर्लो
ने
शुक्रवार
को
कहा
कि
देश
के
12,300
सर्विस
स्टेशनों
के
पास
पेट्रोल
नहीं
है।
सरकारी
अधिकारियों
ने
अगले
हफ्ते
की
स्कूली
छुट्टियों
से
पहले
सर्विस
स्टेशनों
को
भर
देने
का
संकल्प
लिया
है।
सरकोजी
ने
गुरुवार को लोगों को बेवजह बंधक बनाने के लिए हड़ताली कर्मचारियों की आलोचना की थी। ग्रैंडपिट्स में उस वक्त हिंसा भड़क उठी जब तेल शोधक इकाई के प्रवेश द्वार पर मानव श्रृंखला बनाकर कामगारों को काम पर
लौटने से रोकने की कोशिश कर रहे हड़ताली कर्मचारियों पर पुलिस ने कार्रवाई की। ट्रेड यूनियन 'सीजीटी' के प्रवक्ता चार्ल्स फौलार्ड ने बताया,"झड़प में तीन लोग घायल हुए हैं।" उन्होंने कहा, "हम पर ज्यादती हुई है और हम इसे लेकर नाराज हैं। यूनियन सरकारी कार्रवाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी।"