कोलकाता के आईटी केंद्र में बम की अफवाह से अफरा-तफरी
पुलिस के अनुसार अफवाह एक युवक ने फैलाई जो कई महीने पहले वहां नौकरी के लिए गया था, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली।
राजारहाट थाने में एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया, जिसमें दावा किया गया कि टेक्नोपोलिस बिल्डिंग जहां कई सूचना एवं प्रौद्योगिकी फर्मे हैं, को उड़ा दिया जाएगा। फोन करने वाले ने कहा कि बम इमारत के सतह तल पर रखा हुआ है। उल्लेखनीय है कि राजारहाट उत्तरी 24 परगना जिले में है।
जिला पुलिस अधीक्षक राहुल श्रीवास्तव ने बताया, "घंटों लंबी चली गहन तलाशी के दौरान कुछ भी नहीं मिला। एक युवक सोमनाथ ढोल द्वारा बम की अफवाह फैलाने के बाद लोग दहशत में आ गए। युवक को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।"
पुलिस ने बताया कि ढोल एक बेरोजगार युवक है जो कई महीने पहले वहां नौकरी के लिए गया था, लेकिन उसे अस्वीकार कर दिया गया।
साल्ट लेक क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देबब्रत दास ने कहा, "अज्ञात व्यक्ति का फोन आते ही फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में पुलिस एवं आपातकालीन सेवा विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे।"
उन्होंने बताया, "पूरी इमारत को 100 मिनट के भीतर घेर लिया गया और सभी कर्मचारियों को धीरे-धीरे बाहर निकल जाने को कहा गया।"
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "बम एवं डॉग स्क्वायड को बुला लिया गया और तलाशी अभियान शुरू की गई। बेसमेंट, भूमितल तथा पहली मंजिल में पहले दौर की व्यापक तलाशी के बावजूद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।"
कुछ कर्मचारियों सहित तमाशबीनों ने हालांकि आरोप लगाया कि बम स्क्वायड के कर्मी घटना की सूचना देने के दो घंटे बाद पहुंचे।
इस दौरान फोटो पत्रकारों और टेक्नोपोलिस बिल्डिंग के सुरक्षा गार्डो के बीच हाथापाई हो गई। बहुमंजिली इमारत से 1,500 कर्मचारियों को निकाले जाने के दौरान फोटो पत्रकारों ने घेरे के बीच से परिसर में घुसने का प्रयास किया, लेकिन निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया।
पुलिस ने बताया कि इस वाकया में पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा तथा उग्र भीड़ ने एक पुलिसकर्मी की पिटाई कर दी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।